देश के 70वे गणतंत्र दिवस परेड में इग्नू के थारू जनजाति व एसिड अटैक पीड़ित विद्यार्थियों अपने प्रदर्शन से लोगों का मन मोह लिया
देश के 70वें गणतंत्र दिवस परेड में इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ ने दीन दयाल शोध संस्थान, बलरामपुर व ड्रैगन एकेडमी आॅफ मार्शल आर्ट लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में ‘‘शिक्षा और आत्मरक्षा प्रषिक्षण के माध्यम से महिला सषक्तिकरण की ओर’’ थीम पर ज़ोरदार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में इग्नू की थारू जनजाति व एसिड अटैक पीड़ित लगभग 60 महिला विद्यार्थियों ने भाग लिया। इन विद्यार्थियों ने महिला सशक्तिकरण को बल देने, छेड़छाड़ के विरूद्ध आवाज उठाने एवं कंधे से कंधा मिलाकर पुरूषों के साथ चलकर समाज में एकरूपता लाने के लिए बहुत विहंगम प्रदर्शन किया और अपने प्रदर्शन से लोगों का मन मोह लिया।
इग्नू की ओर से दल का संचालन कर रहे डाॅ. कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेषक ने बताया कि विगत 15 दिनों से इग्नू की साठ बालिकाओं का दल रिज़र्व पुलिस लाइन में प्रशिक्षण ले रहा था, जिसके परिणामस्वरूप आज इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण हेतु बालिकाओं ने अपने पूरे जोश-ओ-ख़रोस के साथ रविंद्रालय से लेकर विधान सभा के समक्ष लाखों लखनऊ वासियों को आत्मरक्षा की विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन किया और उच्च शिक्षा के महत्व के बारे में लोगों को नारों के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया।
डाॅ0 मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ ने बताया कि इन सभी बालिकाओं को ड्रैगन एकेडमी आॅफ मार्शल आर्ट, लखनऊ के सहयोग से प्रशिक्षित किया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप इन बालिकाओं ने महामहिम राज्यपाल के समक्ष विहंगमय प्रदर्शन किया। डाॅ0 सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री महोदय ने भी मंत्रिमण्डल के समस्त सदस्यों के साथ ताली बजाते हुए इन बच्चियों का हृदय उत्साहवर्धन किया।
श्री ज्ञान प्रकाष त्रिपाठी, सचिव, ड्रैगन एकेडमी आॅफ मार्षल आर्ट, लखनऊ ने बताया कि शिक्षा एवम् आत्मरक्षा प्रशिक्षण द्वारा ही आज के समय में महिलाएं सशक्त बन सकती है और अपने प्रदेश व देश का नाम रौशन कर सकती हैं। उन्होनें बताया कि प्रेस की दीर्घा से महिला आत्मरक्षा प्रदर्शन की घोषणा हुई और उसके पश्चात समस्त थारू बालिकाओं ने जोरदार आवाज में जय हिन्द का नारा लगाते हुए महिला सशक्तिकरण का झण्डा लहराया।
श्री रामकृपाल शुक्ल, समन्वयक, इग्नू अध्ययन केंद्र, दीन दयाल शोध संस्थान, बलरामपुर ने बताया कि थारू जनजाति की बालिकाएं जो कि मूलतः पचपेड़वा ब्लाॅक बलरामपुर जनपद की हैं, को इग्नू अध्ययन केंद्र के माध्यम से शिक्षा एवम् आत्मरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया।