बहुजन विजय पार्टी ने की पूर्व सैनिकों को आरक्षण देने की मांग






 

लखनऊ। सैनिक सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए बहुजन विजय पार्टी ने आज केन्द्र सरकार से संसद व विधानसभाओं में देश के वीर पूर्व सैनिकों के लिए दस प्रतिशत सीटों के आरक्षण की मांग की। 

विपक्षी दल मोर्चा संयोजक व बहुजन विजय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चन्द्र ने केन्द्र सरकार से मांग की कि संविधान की धारा 80 अन्तर्गत आवश्यक संशोधन कर राज्यसभा व विधान परिषदों में राष्ट्रपति व राज्यपाल द्वारा होने वाले मनोनयन में पूर्व सैनिकों की दस प्रतिशत सीटें आरक्षित की जायें। 

  आज लखनऊ में मीडिया से बातचीत करते हुए बीवीपी अध्यक्ष केशव चन्द्र ने कहा कि संविधान की धारा 80 अन्तर्गत 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा साहित्य, विज्ञान, कला व समाजसेवा क्षेत्रों से मनोनीत किये जाते हैं जबकि देश की सीमाओं की रक्षा में अपने जान की बाजी लगाने वाले वीर सैनिकों को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता जो कि चिन्ता का विषय है। जनभावनाओं के सम्मान व सैनिकांे की सेवाओें को ध्यान में रखते हुए उन्हें उचित प्रतिनिधित्व देने की आवश्यकता है। सैन्य पुरस्कारों के अलावा उन्हें कोई अलग से नागरिक सम्मान भी नहीं मिलता। 

केशव चन्द्र ने कहा कि सैनिकों का सम्मान व संसद व विधानमण्डलों में उनको समुचित प्रतिनिधित्व बहुजन विजय पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा उनकी पार्टी अपने संविधान में इस हेतु आवश्यक संशोधन करेगी। उन्होंने मांग की कि राज्य सभा व विधानपरिषदों में मनोनयन हेतु दस प्रतिशत सीटों पर पूर्व सैनिक आरक्षण का कोटा अनिवार्य रूप से लागू हो ताकि देश की धारासभायें भी सुरक्षित रह सकें। सैनिक जैसे देश की सीमाओं की रक्षा करता है उसी तरह धारासभाओं में आकर देश के गद्दारों से लड़ेगा व देश को आंतरिक रूप से भी सुरक्षित रखेगा।

उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों से आग्रह किया कि अगर पूर्व सैनिक चुनाव लड़ना चाहें तो उन्हें वरीयता दें। सभी चुनावों में प्रत्येक राजनीतिक दल के लिए पूर्व सैनिकों को दस प्रतिशत टिकट देना अनिवार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुजन विजय पार्टी इस लोकसभा चुनावों में सैनिकों को टिकट देने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी। 



 

 

 



 

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