एक तरफ देश के मुखिया व प्रदेश के मुखिया खिलाडियों को आगे बढा रहे हैं एक तरफ खेलने को ग्राउंड भी नहीं

बांदा। जिलाधिकारी हीरालाल शहर के राईफल क्लब मैदान को आर्दश खेलकूद मैदान के रूप में विकसित करने की बात एक महीने बाती जाने के बाद पूरा होना तो दूर उस पर प्रशासन के बदले नजरिये से खिलाडीयों को समझ में नहीं आ रहा करे तो क्या करे!
अब तक राइफल क्लब ग्राउंड में कबड्डी,क्रिकेट,हॉकी,वालीबॉल,फुटबॉल आदि तमाम खेलों के टूर्नामेंट होते रहे हैं ।जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के खेलकूद ओं का आयोजन इस ग्राउंड में होता रहा है।किसी ने कभी कोई रोक टोक नहीं की।किंतु आज जब 26 जनवरी से इस ग्राउंड में प्रदेश स्तरीय हॉकी टूर्नामेंट के आयोजन की तिथि निश्चित हो गई।बांदा विकास प्राधिकरण कहता है कि राइफल क्लब ग्राउंड और उसकी जमीन हमारी है।
हम कोई टूर्नामेंट नहीं होने देंगे।जबकि असलियत यह है की जब विकास प्राधिकरण का बांदा में जन्म भी नहीं हुआ था तबसे राइफल क्लब ग्राउंड में तरह-तरह के धार्मिक राजनीतिक,वाण्ज्यिक और खेलकूद के आयोजन होते रहे हैं।
कहीं जगह नहीं मिलने के कारण यहां खोले गए बांदा विकास प्राधिकरण के कार्यालय को राइफल क्लब ग्राउंड के एक छोटे से टुकड़े में जगह क्या दी गई,वह पूरे राइफल क्लब ग्राउंड का मालिक बन बैठा। विकास प्राधिकरण के इस तानाशाही रवैये से बांदा और जिले के खेल प्रेमी बेहद क्षुब्ध है।
कहते हैं-राइफल क्लब ग्राउंड हमारा है,जिले की जनता का है। बांदा के राइफल क्लब ग्राउंड में 26 जनवरी से 2 फरवरी तक डा. गिरजा शंकर शर्मा ऑलइंडिया हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन तय हो चुका है।


 


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