फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन हेतु प्रदेश के 29 जनपदों में संचालित होगा एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान
लखनऊ: 01 फरवरी, 2019
सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वी.हेकाली झिमोमी ने कहा कि फाइलेरिया बीमारी को समाप्त करने हेतु प्रदेश के 29 जनपदों में 10 से 14 फरवरी, 2019 तक एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान का संचालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एमडीए के द्वितीय चरण में 29 जनपद चित्रकूट, बांदा, गोरखपुर, महाराजगंज, बरेली, शाहजहांपुर, बाराबंकी सोनभद्र, भदोही (संत रविदास नगर), मऊ, आजमगढ़, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, देवरिया, कुशीनगर, जालौन, पीलीभीत, जौनपुर, हमीरपुर, महोबा, अम्बेडकर नगर, अमेठी, गोण्डा, बहराइच, श्रावस्ती, अयोध्या (फैजाबाद) एवं बलरामपुर में अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के अंतर्गत लोगों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जायेगी।
श्रीमती झिमोमी आज अपने कार्यालय के सभाकक्ष में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि एमडीए अभियान में दो दवाओं डीईसी एवं एल्बेण्डाजोल का निःशुल्क वितरण किया जायेगा। ये दवायें मानव में इन परजीवियों को मारने में सक्षम हैं और रोग की रोकथाम में मदद करते हैं तथा भविष्य में हाथी पांव होने की संभावना को भी खत्म करते हैं। उन्होंने कहा कि हाथी पांव की बीमारी होने के उपरान्त इसका इलाज संभव नहीं है। स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में बिना किसी लक्षण के इस बीमारी के परजीवी शरीर में कई वर्ष तक रह सकते हैं एवं 5 से 10 वर्ष बाद हाथी पांव की बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं।
सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि इन दवाओं का सेवन दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को करना है (गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर)। इस दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता के समक्ष ही दवा का सेवन करना है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से लोगों को बचाने के लिए कैम्प लगाकर दवाएं खिलायी जायं। साथ ही उन्होंने फाइलेरिया बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कराने पर भी बल दिया।
बैठक में निदेशक, संचारी डा0 मिथलेश चतुर्वेदी, डा0 विकास सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।