प्रदेश सरकार उ0प्र0 में बनने वाली अच्छी एवं  प्रेरणादायी फिल्मों के निर्माण को पूरा प्रोत्साहन देगी: मुख्यमंत्री

 

 

फिल्म निर्माताओं को प्रदेश में फिल्म बनाने के लिए सभी प्रकार 

का सहयोग, सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी: मुख्यमंत्री 

 

मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 स्टेट फिल्म फेस्टिवल एण्ड सेमिनार में 

आयोजित फिल्म सब्सिडी वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित किया 

लखनऊ: 

 

        उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि फिल्म उद्योग एवं फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू की गई फिल्म प्रोत्साहन नीति को हाथों हाथ लेकर फिल्म निर्माताओं ने प्रदेश में इस कार्य को गति दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश का हर पांचवा व्यक्ति निवास करता है। ऐसे में इससे बड़ा बाजार अन्यंत्र नहीं मिलेगा। 

मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में फिल्म बन्धु उत्तर प्रदेश एवं पी0एच0डी0 चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री, यू0पी0 चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उत्तर प्रदेश स्टेट फिल्म फेस्टिवल एण्ड सेमिनार के तीसरे सत्र में फिल्म सब्सिडी वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर उन्होंने 14 फिल्मों के निर्माताओं को लगभग 07 करोड़ रुपए सब्सिडी के चेक स्वयं वितरित किए। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लगभग 23 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में पर्यटन के सारे आयाम देखने को मिलेंगे। हाल ही में समाप्त हुए प्रयागराज कुम्भ में 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आये। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रयागराज कुम्भ पर आधारित फिल्म यदि बनायी जाएगी तो देश और दुनिया में बहुत हिट होगी। उन्होंने कहा कि समाज की दशा और आवश्यकता के अनुरूप अगर फिल्में बनती हैं तो लोग उन्हें पसन्द करते हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि फिल्मों को दिए जाने वाले अनुदान का कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार जो भी पाॅलिसी/प्रावधान बनाए, उसका लाभ लाभार्थी को समयबद्धता के साथ मिलना चाहिए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल स्वच्छता के प्रति जागरण नहीं है, बल्कि महिलाओं के सम्मान और स्वास्थ्य के प्रति समाज में जागरूकता लाने से भी जुड़ा है। उन्होंने कहा कि 02 करोड़ 60 लाख लोगों को शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। इसका सीधा असर प्रदूषण पर पड़ा है। लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता आयी है और इस पर काफी हद तक नियंत्रण लगा है। इससे लोगों के स्वास्थ्य का खर्च कम हुआ है, इतने प्रयास से 35 से 40 प्रतिशत दवा का खर्च कम हुआ है। उन्होंने कहा कि फिल्में जागरूकता में बहुत बड़ा योगदान कर सकती हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने पूर्वान्चल में इंसेफेलाइटिस के प्रकोप का उल्लेख करते हुए कहा कि इस पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाकर सभी विभागों के सहयोग से चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाया गया। पहला अभियान स्वच्छता से सम्बन्धित था, दूसरा पेयजल से, तीसरा चिकित्सालय की व्यवस्था को सुधारने से तथा चैथे चरण में जागरूकता के विशेष अभियान चलाए गए। उन्होंने कहा कि वर्ष 1978 से लेकर वर्ष 2017 तक सरकारी अस्पताल में 500 से 700 तक इंसेफेलाइटिस के मरीज भर्ती होते थे और बड़ी संख्या में इससे प्रभावित लोगों की मृत्यु होती थी, जिनमें से अधिकतर बच्चे होते थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में सत्ता सम्भालने के बाद इस बीमारे से निपटने के लिए किए गए योजनाबद्ध प्रयासों के चलते वर्ष 2018 में मात्र 86 मरीज ही भर्ती हुए और सिर्फ 6 मौतें ही हुईं। उन्होंने ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ फिल्म का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसी फिल्में समाज में जागरूकता लाने में काफी सहायक हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रयोग अन्य क्षेत्रों में भी हो सकता है।  

मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न महत्वपूर्ण आयोजनों पर फिल्म बनाने का सुझाव देते हुए वर्ष 2017 में दीपावली पर अयोध्या में मनाए गए ‘दीपोत्सव’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2018 के ‘दीपोत्सव’ में कोरिया से वहां की फस्र्ट लेडी के नेतृत्व में एक डेलीगेशन आया। कोरिया निवासियों का मानना है कि हजारों वर्ष पूर्व उनके राजा का वैवाहिक सम्बन्ध उत्तर प्रदेश में हुआ था। वहां के लोग उत्तर प्रदेश सरकार के साथ उनके नाम पर यहां एक स्मारक बनाना चाहते हैं। कोरिया की फस्र्ट लेडी ‘दीपोत्सव’ में भाग लेकर और सम्मान पाकर अत्यन्त प्रफुल्लित थीं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सांस्कृतिक समन्वय में फिल्मों का बहुत योगदान है। राष्ट्र की एकता में फिल्मों का बड़ा रोल हो सकता है। यहां की परंपराएं भी बहुत समृद्ध हैं। देश के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली विभूतियों की लंबी सूची है। उन्होंने कहा कि मणिकर्णिका का जन्म काशी में होता है और कर्मभूमि झांसी थी। अच्छी फिल्में नवयुवकों के लिए बेहद प्रेरणादायी साबित हो सकती हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश में बनने वाली अच्छी एवं प्रेरणादायी फिल्मों के निर्माण को पूरा प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिल्म उद्योग और फिल्म निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए सभी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं को प्रदेश में फिल्म बनाने के लिए सभी प्रकार का सहयोग, सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। 

कार्यक्रम को भोजपुरी अभिनेता श्री रवि किशन, श्री दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, अभिनेता श्री आयुष्मान खुराना, फिल्मकार तथा अभिनेता श्री सतीश कौशिक तथा फिल्म निर्माता श्री बोनी कपूर ने भी सम्बोधित किया।

इससे पूर्व, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं फिल्म बन्धु के अध्यक्ष श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कहा कि आज के इस कार्यक्रम में 14 फिल्मों के निर्माताओं को लगभग 07 करोड़ रुपए की सब्सिडी उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में फिल्म उद्योग और फिल्म निर्माण को काफी बढ़ावा मिल रहा है, जिसका परिणाम है कि आज प्रदेश में लगभग 50 फिल्में निर्मित हो रही हैं। लखनऊ, मथुरा, आगरा जैसे स्थलों पर फिल्मों की शूटिंग हो रही है। फिल्म उद्योग को बढ़ावा मिलने से प्रदेश में रोजगार के नये अवसर सृजित हो रहे हैं। साथ ही, पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि फिल्म बन्धु, फिल्म मेकर्स की हर सम्भव सहायता करेगा। उन्होंने बताया कि भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्री को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत वाराणसी में भोजपुरी फिल्म इंस्टीट्यूट स्थापित किया जाएगा। धन्यवाद ज्ञापन सूचना निदेशक श्री शिशिर द्वारा किया गया।

इस अवसर पर मातृ एवं शिशु कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, सूचना राज्य मंत्री श्री नीलकण्ठ तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी सहित बड़ी संख्या में फिल्म निर्माता, फिल्मकार, अभिनेता, लेखक इत्यादि मौजूद थे। 

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