दीनदयाल और लोहिया के विचारो में समानता के भाव -लालजी टण्डन
बुंदेलखंड के गौरवशाली इतिहास और कला संस्कृति पर प्रकाश उालता है विशेषांक-डा.पवनपुत्र बादल
वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र अग्निहोत्री सहित अनेक पत्रकार सम्मानित
लखनऊ दिनांकः 15 अप्रैल 2019।लोकहित प्रकाशन द्वारा प्रकाशित तथा कुमार अशोक पान्डेय लिखित पुस्तक सांस्कृतिक राष्ट के आइने मेंःदीनदयाल और लोहिया,रामजी भाई लिखित बडी सोच की छोटी कहानियां तथा अखिल भारतीय साहित्य परिषद के महामंत्री एवं राष्टधर्म के प्रबंध संपादक डा.पवनपुत्र बादल के संपादन में प्रकाशित साहित्य परिक्रमा के बुंदेलखंड विशेषांक का विमोचन यशपाल सभागार लखनऊ में बिहार के महामहिम राज्यपाल श्री लालजी टण्डन जी द्वारा किया गया। समारोह की अध्यक्षता श्रेष्ठ विचारक , राष्टधर्म के प्रभारी निदेशक ने की। सभा में प्रद्युम्न कुमार,अशोक मिश्र सहित अनेक वरिष्ठ जन उपस्थित थे। इस अवसर पर डा.पवनपुत्र बादल ने सांस्कृतिक राष्ट के आइने मेंःदीनदयाल और लोहिया पुस्तक का बडे ही सरल शब्दो में विवेचना प्रस्तुत करने के साथ कहा कि साहित्य परिक्रमा का यह विशेषांक बुंदेलखंड के गौरवशाली इतिहास और कला संस्कृति पर प्रकाश डालता है। कुमार अशोक पान्डेय ने अपनी पुस्तक के महत्वपूर्ण अंशो का पुर्नपाठ कर तत्कालीन इतिहास के उन अछूते और अनूठे प्रसंगो से सभागार में उपस्थित जनो को परचित कराया।
महामहिम राज्यपाल श्री लालजी टण्डन ने दीनदयाल और लोहिया जी के विचारो में समानता के भाव को बडे ही सुन्दर शब्दो मे स्पष्ट करते हुये कहा कि दीनदयाल और लोहिया जी आपस में बात करके देश के शोषित और वंचित वर्ग के प्रति चिंता करते थे। कई अवसर ऐसे भी आये जब दोनो महापुरूष एक मत के भाव से आगे आये।काश यदि उसी समय दोनो एक राह चल देते तो देश का सौभाग्य तभी शुरू हो जाता।श्री टण्डन ने बुन्देलखंड के गौरवशाली इतिहास पर व्यापक प्रकाश डाला। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र अग्निहोत्री, प्रभात त्रिपाठी,विजय उपाध्याय,प्रेमकान्त तिवारी,अशोक मिश्रा को सम्मानित किया गया।अनेक साहित्यकारो को भी सम्मानित किया गया।