मनरेगा योजना में श्रमिकों के लिए 1.59 लाख कार्य चिन्हित
लखनऊ: 31 जुलाई 2019
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष में 25 करोड़ मानव दिवस सृजित किये जायेंगे, जो विगत 05 वर्षों में सबसे अधिक होगा। मौजूदा समय में 656.31 लाख मानव दिवस सृजित किया गया है।
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री अनुराग श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मनरेगा के तहत ग्रामीण जीवन को समृद्ध एवं ग्रामीण परिवारों को सतत आमदनी अर्जित करने का जरिया बनाया गया है। इस योजना के तहत ग्रामीणों के लिए रोजगार सृजन के साथ ही बड़ी मात्रा में परिसम्पत्तियों का भी निर्माण किया जा रहा है।
इस योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सृजित परिसम्पत्तियों की जीओ टैगिंग एवं श्रमिकों का भुगतान आधार बेस पेमेन्ट सिस्टम से किया जा रहा है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए मनरेगा के अन्तर्गत वृक्षारोपण, उद्यानीकरण, भूमि विकास आदि जैसे कार्य कराये जा रहे हैं।
इसके अलावा मनरेगा श्रमिकों को बकरी आश्रय, मुर्गी आश्रय, नेडप, कम्पोस्ट, बर्मी कम्पोस्ट आदि का लाभ दिया जा रहा है। इसके साथ ही नियोजन प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाने के लिए जीआईएस (जियोग्राफिकल इन्फार्मेशन सिस्टम) का प्रयोग किया जा रहा है। आजीविका वृद्धि के लिए 1.59 लाख कार्यों का चयन किया गया है, जिसमें 45 हजार बकरी आश्रय, 35 हजार मुर्गी आश्रय तथा लगभग 75 हजार गाय आश्रय का निर्माण कराया जायेगा।