मा0 विधायकों को नियमित पेमेन्ट के बावजूद नान पेमेन्ट के संदेश न भेजकर उसे विधान सभा के नोडल अधिकारी को भेजा जाय- हृदय नारायण दीक्षित
उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष, श्री हृदय नारायण दीक्षित ने मा0 विधायकों को बी0एस0एन0एल0 द्वारा उपलब्ध कराए गए पी0एन0टी0 औरसी0यू0जी0 में बिलों के नियमित व समय पर भुगतान के बावजूद नान पेमेन्ट संदेश के प्रकरणों पर गम्भीरता पूर्वक कार्यवाही के निर्देश दिए। यहनिर्देश श्री अध्यक्ष ने आज विधान भवन में बी0एस0एन0एल0 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में दिए।
श्री दीक्षित ने बी0एस0एन0एल0 अधिकारियों को यह निर्देश दिए है कि विधायकों के बिलों का पेमेन्ट विधान सभा सचिवालय द्वारा नियमित समयपर कर देने के बाद भी उन्हें संदेश दिया जाता है। विभाग द्वारा इस प्रकार की व्यवस्था बनाई जाए की ऐसा कोई प्रकरण जो नान पेमेन्ट के आते है, तोउनकी सूचना विधान सभा के नोडल अधिकारी को दी जाए। मा0 सदस्यों के पास अनावश्यक रूप से नान पेमेन्ट के संदेश न भेजे जाये।बी0एस0एन0एल0 भी अपने यहाँ नोडल अधिकारी तैनात करें।
श्री दीक्षित ने बताया अभी तक 31 मा0 विधायकों के क्षेत्रों में पी0एन0टी0 टेलीफोन नहीं लग पाये है। वह बार-बार विधान सभा में आग्रह करते है।बी0एस0एन0एल0 अधिकारियों को निर्दिष्ट किया गया है कि मा0 विधायकों से क्षेत्रीय टेलीफोन के अधिकारियों से विकल्प प्राप्त कर 01 माह के अन्दरइनके दूरभाष के संचालन की व्यवस्था कराए।
बैठक में विधायक निवास दारूलशफा, ओ0सी0आर0 एवं रायल होटल में पूर्व में मेट्रो के कारण बाधित लाइन को भी यथाशीघ्र दुरूस्त करने केनिर्देश दिए गए है। मेट्रो द्वारा नये केबिल बिछाये जा चुके है।
मा0 अध्यक्ष ने विधान सभा के बिलो के पेमेन्ट होने के बाद भी टेलीफोन विभाग द्वारा अप-टू-डेट न करने और दूरभाष विभाग द्वारा बिलों का समयसे संप्रेषण न किए जाने के बारे में दूरभाष के अधिकारियों को उच्च स्तरीय परीक्षण कराकर कार्रवाई के निर्देश दिये।
बी0एस0एन0एल0 के अधिकारियों ने बिलों के अप-टू-डेट करने, मा0 विधान सभा के सदस्यों को नान पेमेन्ट के संदेश न दिये जाये व जिन 31विधायकों के यहाँ टेलीफोन की सुविधा नहीं हो पायी है, उसको व्यवस्थित किये जाने के बारे आश्वस्त किया।
बैठक में श्री आर0सी0 राय, मुख्य महाप्रबंधक (पूर्वी परिमण्डल), श्री अतुल शर्मा, प्रधान महाप्रबन्धक, श्री वी0पी0 तिवारी, महाप्रबन्धक(वित्त) वअन्य अधिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप कुमार दुबे भी उपस्थित रहे।