संविदा कार्मिकों का वेतन 45 दिन के भीतर देने के निर्देश जुलाई माह का वेतन 15 अगस्त तक हर हाल में मिल जाय -श्रीकांत शर्मा

लखनऊ: दिनांक: 05 अगस्त, 2019
  प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि विद्युत विभाग के संविदा कर्मी उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के रीढ़ की हड्डी हैं। बिजली के सुचारू संचालन व निर्बाध एवं पर्याप्त आपूर्ति के लिए संविदा कर्मियों को दक्ष करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कार्मिकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय, जिससे संविदा कर्मियों के साथ घटित होने वाली विद्युत दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके। उन्होंने निर्देशित किया कि संविदा कर्मी फील्ड में कार्य के दौरान वर्दी जरूर पहनें, इससे अनुशासन के साथ कार्य के प्रति जवाबदेही पनपती है और लोगों का विश्वास भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मी विभाग की पहली प्राथमिकता हैं। आज का दिन संविदा कर्मियों के लिए ऐतिहासिक होगा। विद्युत विभाग के ऐसे कार्मिक जो वर्षों से कार्य कर रहे हैं उन्हें प्रशिक्षणोपरान्त प्रमाण पत्र प्राप्त होगा, जिससे उन्हें देश व विदेश में भी बेहतर कार्य करने के अवसर प्राप्त होंगे। 
  ऊर्जा मंत्री आज यहां शक्तिभवन में संविदा कार्मिकों का कौशल विकास करने के लिए आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की मंशा है कि पंक्ति में सबसे नीचे खड़े व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आये इसकी चिंता कर कार्यक्रम आयोजित किये जाय। इस दृष्टि से विद्युत व्यवस्था के नीचले पायदान पर कार्य करने वाले अकुशल कार्मिकों को प्रशिक्षित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी कर्मियों को अपने कार्यों का अनुभव है लेकिन इसका प्रमाण नहीं है। अब इन कर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ प्रमाणीकृत भी किया जायेगा, जिससे उसके कार्यों को देश-दुनिया में मान्यता मिलेगी और जीवन में खुशहाली आयेगी।
  ऊर्जा मंत्री ने कहा कि संविदा कर्मियों का शोषण न हो, उन्हें समय से वेतन मिले, इसके लिए ऐप लांच कर पारदर्शी व्यवस्था लागू की गयी। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक कार्मिक का वेतन 45 दिन के भीतर मिल जाय। जुलाई माह का वेतन 15 अगस्त तक हर हाल में मिल जाय। उन्होंने संविदा कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी करने, वेतन निर्धारण की दरों को वेबसाइट पर डालने व कर्मियों का नाम यूनिफार्म में अंकित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्युत कार्यों के संचालन में सुरक्षा मानकों से समझौता नहीं किया जायेगा। जिन्दगी बहुत अनमोल है इसलिए मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्यों के प्रति समर्पित होकर कार्य करें। सरकार सभी के प्रति संवेदनशील है। उपभोक्ता देवो भवः की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए आपके प्रशिक्षण और अनुभवों का लाभ उपभोक्ता को मिले इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने 10 संविदा कर्मियों को प्रशिक्षण में प्रयोग आने वाली किट भी प्रदान की।
  प्रमुख सचिव ऊर्जा व चेयरमैन पाॅवर कारपोरेशन श्री आलोक कुमार ने कहा कि उपभोक्ताओं को निर्बाध व पर्याप्त बिजली मिले इसके लिए नीचे पायदान पर कार्यरत कार्मिकों को प्रशिक्षित कर उन्हें दक्षता प्रमाण पत्र दिया जायेगा। विभाग में वर्ष 2022 तक पर्याप्त कुशल एवं प्रशिक्षित श्रमिक उपलब्ध हों और उन्हें नये-नये कार्यों व तकनीक की जानकारी रहे, विद्युत दुर्घटनाओं में कमी आये, रोजगार के अवसर उपलब्ध हों व सुरक्षा मानकों पर खरे उतरें, इसके लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया जा रहा है। यह प्रशिक्षण भारत सरकार द्वारा नामित संस्था पाॅवर सेक्टर स्किल काउंसिल एवं उ0प्र0 पाॅवर कारपोरेशन के संयुक्त तत्वावधान में 05 अगस्त से मार्च 2020 तक पांच चरणों में आयोजित किया जायेगा। इससे 22 हजार संविदा कर्मियों का कौशल विकास किया जायेगा। 05 दिन चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का पाठ्यक्रम 30 घंटे का होगा। इसमें चार दिन का गहन प्रशिक्षण और पांचवे दिन थर्ड पार्टी एसेस्मेन्ट होगा। इसमें जो उत्तीर्ण होगा उन्हें प्रमाण पत्र दिया जायेगा।
  उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। अनुरक्षण कार्यों में सावधानी बरतने, प्राथमिक चिकित्सा एवं अग्नि सुरक्षा पर प्रशिक्षण के साथ विद्युत संयंत्रो की सुरक्षा, शटडाउन की प्रक्रिया आदि पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। कार्यक्रम के तहत प्रथम चरण में 21 जिले, द्वितीय चरण में 11 जिले, तृतीय चरण में 15 जिले, चैथे चरण में 15 जिले तथा पांचवें चरण में 13 जिले चयनित किये गये। प्रथम चरण में पश्चिमांचल डिस्काॅम के पांच जिले, मध्यांचल के दो, दक्षिणांचल एवं पूर्वांचल के सात जिले शामिल किये गये हैं। 19 अगस्त से प्रारम्भ हो रहे द्वितीय चरण में पश्चिमांचल का एक जनपद, मध्यांचल, दक्षिणांचल व पूर्वांचल के तीन-तीन जनपद शामिल किये गये हैं। 02 सितम्बर से प्रारम्भ होने वाले तीसरे चरण में पश्चिमांचल व पूर्वांचल के तीन जनपद, मध्यांचल के चार जनपद व दक्षिणांचल के पांच जनपद शामिल हैं। 09 सिम्बर से प्रारम्भ हो रहे चैथे चरण में पश्चिमांचल के दो, मध्यांचल के पांच, दक्षिणांचल के तीन एवं पूर्वांचल के पांच जनपद शामिल हैं। 16 सितम्बर से प्रारम्भ होने वाले पांचवे चरण में पूर्वांचल व पश्चिमांचल के तीन, मध्यांचल के पांच दक्षिणांचल के दो जनपद शामिल हैं।
  कार्यक्रम में पाॅवर कारपोरेशन की प्रबंध निदेशक श्रीमती अपर्णा यू, उत्पादन एवं पारेषण के प्रबंध निदेशक सेन्थिल पांडियन सी0, निदेशक कार्मिक प्रशिक्षण एवं प्रशासन श्री ए0के0 पुरवार, पाॅवर सेक्टर स्किल काउंसिल के सीईओ श्री विनोद बिहारी के साथ लेसा एवं पाॅवर कारपोरेशन के उच्चाधिकारी तथा आउटसोर्स कार्मिक उपस्थित थे।


 


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?