28 विकास खण्डों के सृजन के निरस्तीकरण प्रस्ताव की पुनः विवेचना

20 दिसम्बर, 2016 की पृथक-पृथक अधिसूचनाओं द्वारा सृजित 28 विकास खण्डों के सृजन को निरस्त किए जाने के मंत्रिपरिषद के समक्ष प्रस्तुत किए गए  प्रस्ताव की मुख्यमंत्री जी ने पुनः विवेचना किए जाने के निर्देश दिए। ज्ञातव्य है कि इन विकास खण्डों के संचालन के लिए मूलभूत/अपरिहार्य अवस्थापना सुविधाओं की कमी, वित्तीय संसाधनों की सीमित उपलब्धता, वर्तमान में खण्ड विकास अधिकारियों की भारी कमी एवं आवासीय/अनावासीय भवनों के निर्माण हेतु वांछित भूमि की अनुपलब्धता जैसी व्यावहारिक कठिनाइयों के आलोेक में इन विकास खण्डों के सृजन का निरस्तीकरण प्रस्तावित किया गया था।


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