73 वर्षों में पहली बार बदला जम्मू-कश्मीर का इतिहास व भूगोल
अंग्रेजों के साथ महाराजा गुलाब सिंह की वर्ष 1846 में हुई अमृतसर संधि के बाद जम्मू-कश्मीर का इतिहास व भूगोल अधिकृत रूप से पहली बार बदलेगा। जम्मू-कश्मीर का जो हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है वह आज भी भारत का अभिन्न हिस्सा है। ऐसे में जम्मू-कश्मीर के नक्शे में पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) और गिलगित व बाल्टिस्तान भी शामिल हैं। लेकिन दो केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहली बार जम्मू-कश्मीर का नक्शे में भी विभाजन हो जाएगा।
जम्मू-यूनिवर्सिटी में प्रो. दीपांकर सेन गुप्ता के अनुसार वर्ष 1947 में जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय होने के दौरान महाराजा की रियासत के अधीन कहे जाने वाले छितरल जिले (महतार आफ छितराल) को पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा में मिला लिया। ऐसे में इसे महाराजा की रियासत से अलग मान लिया गया। लेकिन अधिकृत रूप से जम्मू-कश्मीर के नक्शे में 173 वर्ष बाद पहली मर्तबा बदलाव होगा।