मौलाना आजाद को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला

लखनऊ 11 नवम्बर।
भारत रत्न अबुल कलाम आजाद जी की जयन्ती आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी की अध्यक्षता में मनायी गयी। इस मौके पर आयोजित संगोष्ठी में श्री अजय कुमार लल्लू जी सहित वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने मौलाना आजाद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया एवं मौलाना आजाद को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी का संचालन एआईसीसी सदस्य श्री मेंहदी हसन ने की।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि इस मौके पर संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं भारत माता के महान सपूत, आजाद भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, शिक्षा जगत में आधुनिक शिक्षा की नींव रखने वाले मौलाना अबुल कलाम आजाद का जीवन दर्शन हम सभी देशवासियों के लिए प्रेरणादायी है। एक पत्रकार के रूप में 1912 में उर्दू साप्ताहिक अल-हिलाल निकाला जिसे अंग्रेजों ने 1914 में बैन कर दिया। इसके बाद अल-बालाघ जर्नल निकाला। जेल में रहते वक्त उन्होने गुबार-ए-खातिर लिखा। सबसे मशहूर किताब-इंडिया विन्स फ्रीडम लिखा जो सन 1958 में प्रकाशित हुई। 1992 में भारत रत्न दिया गया। मौलाना कांग्रेस के सबसे कम उम्र 35 वर्ष में दो बार 1923-24 एवं 1940-46 तक अध्यक्ष रहे। मौलाना आजाद रामपुर से 1952 एवं 1957 में सांसद चुने गये। मौलाना आजाद देश में हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे। मौलाना से एक बार पूछा गया कि यदि आपको स्वराज एवं हिन्दू-मुस्लिम एकता में किसी एक को चुनना हो तो क्या चुनेंगे तो मौलाना ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम एकता। उन्होने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया जिसमें   यूनिवर्सल प्राइमरी एजूकेशन की शुरूआत, जामिया मिलिया की स्थापना, आईआईटी और यूजीसी की स्थापना के साथ ही साहित्य अकादमी एवं संगीत नाटक अकादमी की स्थापना की। उन्होने शिक्षा के लिए अलग से बजट का जो प्राविधान रखा वह अभी तक चल रहा है। आज हम सभी कांग्रेसजनेां को मौलाना आजाद के आदर्शों और नीतियों को जन-जन तक ले जाने का संकल्प लेने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर संगोष्ठी को प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्री श्यामकिशोर शुक्ल, श्री नईम सिद्दीकी, श्री रेहान खालिद, डा0 विनोद चन्द्रा, डाॅ0 अनूप पटेल, श्री मारूफ खान, श्री बृजेन्द्र कुमार सिंह, श्री अरशी रजा, श्री अनीस अंसारी, श्री तारिक सिद्दीकी आदि ने सम्बोधित करते हुए मौलाना आजाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्री सतीश अजमानी, प्रदेश कांग्रेस के सचिव श्री रमेश कुमार शुक्ल, श्री ओंकारनाथ सिंह, श्री सम्पूर्णानन्द, श्री अनिल यादव, श्री रंजन दीक्षित, श्री अमित श्रीवास्तव त्यागी, श्री वेद प्रकाश त्रिपाठी, श्री मुकेश सिंह चैहान, श्री दिलप्रीत सिंह, श्री प्रदीप सिंह, श्री अंशू अवस्थी, श्री संजय सिंह, श्री विशाल राजपूत, श्री अभिषेक राज, डा0 आशीष दीक्षित, श्रीमती सिद्धिश्री, श्रीमती प्रियंका गुप्ता, श्री शैलेन्द्र सिंह, श्री सरोज शुक्ला एड., श्री अजय श्रीवास्तव अज्जू, श्री आशुतोष मिश्र, श्री आलोक सिंह रैकवार, श्री छोटेलाल चैरसिया, श्री तीरथराज मिश्र, मो0 शोएब खान, श्री डी0आर0 सिंह, श्री मनोज तिवारी, श्री सिकन्दर अली, श्री शहनवाज खान, मो0 नासिर, श्री असीम मुन्ना, डा0 खलीलुल्लाह, श्री राजेन्द्र पाण्डेय, श्रीमती सोनिया लारी, श्री एस.एफ.ए. चर्चिल, श्री स्वतंत्र शुक्ला, श्री नावेद नकवी, श्री राजन यादव, श्री सलमान कादिर, श्री पुष्पेन्द्र श्रीवास्तव, श्री राहुल अवस्थी, श्री श्यामनरायन तिवारी, श्री अयूब सिद्दीकी, श्री गुलजार अख्तर आदि सैंकड़ों कांग्रेसजन शामिल रहे।


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