बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेकर की जयंती मनाई गई
ललितपुर।
अखिल भारतीय लोधी क्षत्रिय महासभा, यूथ बिग्रेड व विमुक्त घुमंतू जनजाति विकास परिषद , लक्ष्य, मानव अधिकार अपराध नियंत्रण शाखा ललितपुर के संयुक्त तत्वाधान में समस्त पदाधिकारियों द्वारा जनपद के प्रत्येक गांव में घर घर दीप प्रज्ज्वलित कर देश के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेकर की जयंती मनाई गई। महासभा के महामंत्री पत्रकार धनीराम सिंह राजपूत करौंदा ने अपने परिवार के साथ सामाजिक दूरियों को दृष्टिगत रखते हुए दीप जलाकर बाबा साहब की जयंती मनाई, और उनके आव्हान पर समस्त जनपद वाशियों ने अपने-अपने घर दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। वहीं विका सखण्ड बिरधा के ग्राम करमरा के अलावा तमाम गांव में विमुक्त घुमंतू जनजाति विकास परिषद के जिलाध्यक्ष एड. मुकेश कुमार सिंह करमरा व एड. शशिकांत सिंह ने अपने-अपने घर पर दीप प्रज्ज्वलित कर संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर की जयंती मनाई, और उनके नेतृत्व में समस्त विरधा क्षेत्र वाशियों ने अपने-अपने घर पर दीप जलाकर जयंती मनाई। महरौनी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सैदपुर एड जगभान सिंह राजपूत ने जयंती के उपलक्ष्य में दीप जलाए, और उनके आव्हान पर ग्रामीणों ने दीप जलाए। विकासखण्ड मड़ावरा क्षेत्र अंतर्गत महासभा के जिलाध्यक्ष शिक्षक भरत सिंह पहाडीकला व ब्लॉक अध्यक्ष निर्मल सिंह भौंती ने अपने-अपने घर पर दीप प्रज्ज्वलित किया, और इनके नेतृत्व में समस्त मड़ावरा क्षेत्र वाशियों ने घर-घर दीप जलाकर बाबा साहब को याद किया। विकासखण्ड जखौरा क्षेत्र अंतर्गत समस्त गांव में ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह गोरा के आव्हान पर सभी क्षेत्र वाशियों ने घर घर दीपजलाकर संविधान रचयिता को याद किया। विकासखण्ड बार क्षेत्र में ब्लॉक अध्यक्ष जयहिंद सिंह राजपूत द्वारा अपने घर के अलावा सभी क्षेत्र में घर घर दीप जलवाए। विकासखण्ड तालबेहट क्षेत्र में नरेंद्र सिंह ने अपने घर के अलावा समस्त क्षेत्र में दीपप्रजलन कराकर बाबा साहब की जयंती के समस्त जनपद में ऐतिहासिकता मिशाल प्रस्तुत की है। बता दें कि अखिल भारतीय लोधी क्षत्रिय महासभा की अपील पर जनपद में गांव-गांव घर-घर दीपजलाकर बाबा साहब की जयंती मनाई गई, और उनके हजारों अनुयायियों ने दीप प्रज्ज्वलित। महासभा व विमुक्त घुमंतू जनजाति विकास परिषद के जिलाध्यक्ष ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस देश के लिए महामानव बाबा साहब ने भारत वाशियों को पुराण रूपी संविधान देकर प्रत्येक मानव और सम्पूर्ण भारत का उद्धार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।