भारत में देखो आज सुबह ..एक दिव्य रोशनी फूटी है

भारत में देखो आज सुबह ..एक दिव्य रोशनी फूटी है
नव ज्योति रूप अद्भुत संदेश वह अग्नि बाण सम छूटी है


काश्मीर की पूरी आजादी .अद्भुत संदेश ले आई है
खुशियों की अनुपम गूँज उठी जन जन के मन में छाई है॥



फूलों की घाटी महक उठी उल्लास ना आज समाता है
भारत का कोना कोना अब खुशियों में भीगा जाता है ॥


झूमी खुशियाँ हर गली गली..जन गण ने द्वार सजाये हैं
घर घर में आज दिवाली है ..नव तोरण द्वार बँधाये हैं ॥


गुजरात में माता धन्य हुई ..लालन पर वो बलिहारी है
आया सावन मे ही बसन्त.अब महक उठी फुलवारी है ॥


हर मंदिर मंदिर गूँज उठी..शंखध्वनि अगम बजाया है
जय नमो नमो के नारे को भारत में आज गुँजाया है ॥


अब कण्ठ कण्ठ में जयकारा ..चहुँ ओर सुनाई देता है
नर नारि सभी मन प्रमुदित हैं..उल्लास दिखाई देता है ॥


आजादी का संकल्प पूर्ण करके झंडा फहराया है
तीनों सेना के प्रमुख वीर ..गर्वित सैल्यूट बजाया है ॥


वह है अतुल्य ना तुल सकता..दुनिया के किसी तराजू में
अद्भुत निर्णय सह ठोस कदम..दम रखता अपने बाजू में ॥


उस महामहिम मुखमंडल पर..मुस्कान शांति की छाई है
कश्मीर की यह सुन्दर घाटी जब आज मधुर मुस्काई है ॥


आ गया आज वो शूरवीर ..चिर कायरता को छोड़ा है
रोती परवशता में घाटी ....जंजीर आज धर तोड़ा है ..॥



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