ललितपुर जिला प्रशासन के निर्देश पर ग्राम प्रधान गौना एवं ग्रा.वि.अ. ने मजदूरों को खिलाया भोजन

मुंबई, महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना सहित कई स्थानों से आये हैं मजदूर

* उत्तर प्रदेश के जौनपुर, गोरखपुर, कन्नौज, लखनऊ, उन्नाव आदि स्थानों को जाना है मजदूरों को

* अभी लगभग दो सैकड़ा मजदूर एमपी-यूपी सीमा पर हैं ठहरे, ललितपुर प्रशासन कर रहा है भेजने के इंतजाम

 


ललितपुर।

कोरोना वायरस से देश भर में प्रतिदिन बढ़ रही मरीजों की संख्या सबके लिये परेशान करने वाली है। लॉक डाउन का पालन करने एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिये लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है इसके बावजूद भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या एक ओर जहां बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर मरीज उपचार के बाद स्वस्थ्य भी हो रहें हैं। अन्य देशों की भाँति देश बेहतर स्थिति में है। सरकार एवं प्रशासन एलर्ट है। 

मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश की सागर-ललितपुर सीमा पर मुंबई, महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना सहित कई स्थानों से आये हैं मजदूर

कई दिनों से फँसे भूखे मजदूरों की ललितपुर प्रशासन ने आखिरकार सुधि ली। मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी के निर्देश पर खण्ड विकास अधिकारी सुनील कुमार के मार्गदर्शन में ग्राम प्रधान गौना रचना राजा प्रतिनिधि सोनू राजा एवं ग्राम विकास अधिकारी निखिल मित्तल द्वारा कम्युनिटी किचन के माध्यम से भोजन बनवाकर लगभग दो सैकड़ा मजदूरों को भोजन कराया गया। ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि  मजदूरों ने बताया कि वे लोग कई दिनों से भूखे थे। कई दिनों बाद भोजन भरपेट भोजन मिलने पर उन्होंने राहत की सांस ली। उन्होंने बताया कि यएमपी-यूपी बार्डर में फंसे मजदूर मुंबई, महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना सहित कई स्थानों से आये हैं मजदूरों ने बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के जौनपुर, गोरखपुर, कन्नौज, लखनऊ, उन्नाव आदि स्थानों को जाना है। एमपी यूपी बॉर्डर पर फंसे मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक भेजने के लिए ललितपुर प्रशासन द्वारा भेजने के प्रबन्ध किये जा रहें हैं। ग्राम विकास अधिकारी निखिल मित्तल ने बताया कि प्रशासन मजदूरों को भेजने के लिए प्रबन्ध कर रहा है यदि मजदूर चले जाते हैं तो ठीक है नहीं तो उनके भोजन के लिये दूसरे दिन भी व्यवस्था की जाएगी। 

 

 

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