मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर शोक व्यक्त

लखनऊ 20 अप्रैल।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र अग्निहोत्री लखनऊ व्यूरो प्रमुख दैनिक सत्ता सुधार (झांसी, भोपाल, रायपुर, ग्वालियर) एवं बिजय कुमार निगम व्यूरो प्रमुख दैनिक सूचना संसार (लखनऊ,उन्नाव)ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को इस असह्य दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। कर्तव्य बोध का  निर्वाह  करते हुए मुख्यमंत्री के रूप सबको कोरोना से बचाने व राहत पहुंचाने में प्राण प्रण से जुटे मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने पिता के निधन के समाचार को सुन कर बिचलित न हो कर स्वयं को संभालते हुए निर्णय लिया- लॉकडाउन के चलते अंतिम संस्कार में हिस्सा ना लेने का निर्णय किया इस व्यान ने हम सब को भावुक कर दिया है।




सभी को पता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री होने से पहले वो एक संन्यासी हैं, गोरक्षपीठाधीश्वर हैं। लेकिन पिता के निधन का समाचार मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री की कार्यशैली ठीक वैसे ही चलती रही। एक तरफ जहां आंखों में नमी उनके दु:ख की सबूत था तो दूसरी तरफ 23 करोड़ जनता की सुरक्षा की चिंता का फर्ज। अपने पिता के निधन के बावजूद उन्होंने राजधर्म को प्राथमिकता दी। उसे निभाया। योगी आदित्यनाथ पहले भी सबसे ऊपर राजधर्म और यूपी की 23 करोड़ जनता का हित देखने को सर्वोपरि मानते रहे हैं। पिता की मृत्यु भी उन्हें अपने इस पथ से विचलित नहीं कर सकी।


- अंतिम संस्कार में शामिल न होने के साथ-साथ दिया बड़ा संदेश


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दु:ख एवं शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता है। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका।


कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता और महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया मां, पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग तिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।





 





 

 

 

 

 






भगवान उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों मे स्थान दे ।


शतरंग टाइम्स परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि


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