राष्ट्रीय विचारधारा के पोषक व वरिष्ठ पत्रकार नन्द किशोर श्रीवास्तव का निधन

लखनऊ, 27 अप्रैल(हि.स.)। वरिष्ठ पत्रकार, स्तम्भकार व राष्ट्रीय विचारधारा के पोषक श्री नन्दकिशोर श्रीवास्तव का सोमवार पूर्वाह्न 11.06 मिनट पर गोमतीनगर स्थित आवास पर निधन हो गया। वे करीब 79 वर्ष के थे। उनका केजीएमयू में प्रोस्टेट कैंसर व किडनी का ईलाज चल रहा था। उनके असमय निधन से संघ परिवार समेत पत्रकारिता जगत में शोकाकुल है।


 विश्व संवाद केन्द्र के सचिव अशोक सिन्हा ने कहा कि स्व. श्रीवास्तव के निधन से संघ परिवार समेत पत्रिकारिता जगत तथा समाज की अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई करना असंभव है।  बताया कि उनकी लेखनी निरन्तर राष्ट्रीय विचारधारा की पोषक रही। उनका पूरा जीवन मां भारती के लिए समर्पित रहा। उनका सादगी पूर्ण जीवन हमसबके लिए प्रेरणादायी है।


  उनका अंतिम संस्कार आज भैंसाकुण्ड घाट पर होगा। मुखाग्नि बड़े बेटे पंकज श्रीवास्वत देंगे।स्व. श्रीवास्तव अपने पीछे तीन बेटे व एक बेटी समेत भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं।


वे जीवन के अंतिम क्षण तक राष्ट्रीय विचारधारा के लिए कार्य करते रहे। वर्तमान में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संतरविदासनगर के नगर संघचालक के दायित्व पर कार्यरत रहे।


 वे पूर्व में कई वर्षो तक दैनिक स्वतंत्र भारत के सम्पादक रहे। संघ प्रचारक अधीश भटनागर के समय से ही विश्व संवाद केन्द्र से जुड़े रहे। वे विश्व संवाद पत्रिका बुलेटिन के सम्पादक रहे। स्व.श्रीवास्तव बाद में अधीश के निधन के बाद विश्व संवाद केन्द्र के प्रमुख व निदेशक भी रहे। जब हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज एजेंसी की राजधानी लखनऊ में शुरूआत हुई तो इस मीडिया संस्थान को भी आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन किया।उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने वरिष्ठ पत्रकार नंदकिशोर श्रीवास्तव के निधन पर शोक व्यक्त किया है . श्री श्रीवास्तव ने राजधानी में दशकों तक पत्रकारिता की और उनके सिखाएं हुए लोग इस वक्त देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं.
 समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा कि स्वर्गीय श्रीवास्तव  का बहुभाषाई संवाद एजेंसी हिंदुस्तान समाचार को पुनः स्थापित करने में खास योगदान रहा है. वह बाल स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से  जुड़े और जीवन पर्यन्त संघ कार्य के लिए समर्पित रहे.
स्वर्गीय श्रीवास्तव स्वतंत्र भारत के पूर्व संपादक और लंबे समय तक विश्व संवाद केंद्र के लखनऊ जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान से जुड़े रहे. लंबी बीमारी के बाद आज  वे गोलोकवासी हो गए .ईश्वर उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें .


  इसके अलावा स्व.श्रीवास्तव तरूण भारत, दैनिक आज समेत अन्य प्रमुख समाचार पत्रों में कार्यरत रहे। उनके मार्गदर्शन व सम्पादकत्व में विश्व संवाद केन्द्र की ओर से विभिन्न समसामयिक विषयों पर विशेषांक का प्रकाशन भी उल्लेखनीय रहा। वे मूलत: सिधौर, जनपद बाराबंकी के रहने वाले थे।


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