चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने केजीएमयू का निरीक्षण किया

ट्रामा में निरीक्षण के दौरान वार्ड में गंदगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए ठेकेदार पर रू0 25000 का जुर्माना लगाया


बृहस्पतिवार से 4 दिन के विशेष सफाई अभियान चलाए जाने के निर्देश

 

सफाई अभियान के दौरान मेडिकल कॉलेज के वार्ड से लेकर टॉयलेट तक एक-एक कोने को साफ किया जाए

 

डायलिसिस की क्षमता को बढ़ाकर दोगुना करने के निर्देश

इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ उन्हें मिल रहे इलाज के संबंध में भी जानकारी ली

 

सभी मेडिकल कॉलेजों में सभी प्रकार की इमरजेंसी सेवाएं पूर्व की भांति बहाल की जाए

 

लखनऊ: दिनांक: 27.05.2020

 

    प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज केजीएमयू के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। ट्रामा में निरीक्षण के दौरान वार्ड में गंदगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए ठेकेदार पर रू0 25000 का जुर्माना लगाया। उन्होंने कल बृहस्पतिवार से 4 दिन के विशेष सफाई अभियान चलाए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि इस सफाई  अभियान के दौरान मेडिकल कॉलेज के वार्ड से लेकर टॉयलेट तक एक-एक कोने को साफ किया जाए।

   चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने किडनी वार्ड के निरीक्षण के दौरान पाया वहां 1 दिन में 35 लोगों के डायलिसिस की व्यवस्था है जिसे बढ़ाकर दोगुना करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिनों में इसे बढ़ाकर 70 किया जाए। केजीएमयू प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया कि 10 जून तक इसे बढ़ाकर दोगुना कर लिया जाएगा। उन्होंने निरीक्षण के दौरान विभिन्न इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत की एवं उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ उन्हें मिल रहे इलाज के संबंध में भी जानकारी ली।

   श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दे दिए गए हैं कि सभी प्रकार की इमरजेंसी सेवाएं पूर्व की भांति बहाल की जाए। उन्होंने बताया कि केजीएमयू, आर.एम.एल., पीजीआई सहित सभी संस्थानों में इमरजेंसी सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी प्रकार से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। जिन मरीजों का कोरोना टेस्ट पहले से नहीं हो पाया है उनका पीसीआर के माध्यम से तत्काल कोरोना टेस्ट वही किया जा सकता है जिससे तुरंत इलाज प्रारंभ किया जा सके।

    चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि हार्ट, लीवर, डायलिसिस, कैंसर आदि अन्य बीमारियों के लिए लोगों को इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है। लोग बिना किसी भय के इमरजेंसी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं और अपना इलाज करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों में पूर्व की भांति इमरजेंसी सेवाओं को उपलब्ध कराया जा रहा है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,