एक बार फिर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कर्मचारी संगठन लामबंद

लखनऊ, 22 मई। लोक निर्माण विभाग के अभियंता स्तर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संवर्ग तक के 12 संगठन एक बार फिर लामबंद हो गए है। भाजपा सरकार में ही इसके पूर्व विभाग को निगम बनाए जाने की कवायद के चलते एक बार पहले भी ऐसा हो चुका है। जिसके परिणाम स्वरूप अधिकारियों और कर्मचारियों की एकता और विरोध को देखते हुए विभाग को निगम बनाए जाने की कवायद को रोका गया था। अब विभाग में सड़क विकास निगम और सलाहकार बिठाए जाने के विरोध में विभाग के 12 संगठन इसके विरोध में लामबंद हो चुके है।
लोक निर्माण विभाग के समस्त घटक संघों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अधिकारी कर्मचारी महासंघ लोक निर्माण विभाग के बैनर तले लामबंद हो गये है। विभाग के सभी अभियंता अधिकारी एंव कर्मचारी लोक निर्माण विभाग में सड़क विकास निगम बनाए जाने तथा विभाग में सलाहकार बिठाए जाने के सरकार के निर्णय की सूचना पर आक्रोशित हो गये है। विभाग के समस्त घटक संघों की एक बैठक इंजीनियर्स एसोसिएशन सभा कक्ष मे मास्क और सोशल डिस्टेसिंग के साथ सम्पन्न कराई गई। बैठक में पदाधिकारियों द्वारा विचार व्यक्त किए गए कि लोक निर्माण विभाग बहुत ही पुराना विभाग है। उसकी छबि बहुत अच्छी है। कम खर्च में अच्छी गुणवत्ता का कार्य कराता रहा है। विभाग में सुविज्ञ अभियंता एवं स्टाफ है। सड़क के उद्देश्य से पूर्व में ही उपशा एवं यूपीडा दो एथारिटी है। अब सड़क विकास निगम के गठन का कोई औचित्य नही है। इस दौरान यह भी कहा गया कि प्रदेश के पावर कारपोरशन में कई सलाहकार होने के बावजूद वहाॅ लगातार घाटा इस बाॅत का प्रमाण है कि सलाहकार बिठानें से कोई फायदा नही होने वाला। यही नही पावर कारपोरेशन में तैनात सलाहकारों की नियुक्ति उन पर खर्च हो रही राशि को लेकर भी लगातार बिजली अभियंता अपना विरोध लम्बे अरसे से दर्ज करा रहे है। ऐसी स्थिति में विभाग में सलाहकार की भी कोई आवश्यकता नही है। यह सिर्फ विभाग के धन की बर्बादी है। आज  पूरा प्रदेश कोविड 19 से जूझ रहा है सरकार अर्थभाव का बहाना बनाकर कार्मिक के भत्ते समाप्त कर चुकी है। ऐसे में सड़क विकास निगम के गठन एवं सलाहकार की नियुक्ति पर धन बर्बाद करने का कोई औचित्य नही है। इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। इस बैठक में उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष इं. सुरजीत निरंजन, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के प्रदेश अध्यक्ष इं. हरिकिशोर तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष इं. दिवाकर राय, कार्यकारी महामंत्री इं. एन.डी. द्विवेदी, आकिटेक्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मानवेन्दर पाल सिंह, उपाध्यक्ष देवसिंह और संजय कुमार, मिनिस्टीरियल एसोसिएशन खण्डीय के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल श्रीवास्तव, महामंत्री जे.पी. पाण्डेय,मिनिस्टीरियल एसोसिएशन सर्किल के अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, महामंत्री जयप्रकाश तिवारी, उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के  अध्यक्ष रामराज दुबे, नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भारत सिंह यादव, टेक्निकल एसोसिएशन के अध्यक्ष रामसुरेश सिंह, महामंत्री विनोद कुमार, चालक संघ के महामंत्री सुभाष मिश्रा, वैयक्तिक सहायक/ स्टेनो संघ के महामंत्री जितेन्द्र कुमार शामिल थे।


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