गरीब मजदूर परिवारों के प्रति सरकार द्वारा अमानवीय व्यवहार - प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी

लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने लगातार अन्य प्रदेशों से अपनी जन्मभूमि की ओर आने वाले गरीब मजदूर परिवारों के प्रति सरकार द्वारा अमानवीय व्यवहार किए जाने की निन्दा करते हुए कहा कि इस भीषण गर्मी में श्रमिकों के लिए ट्रेन में भोजन और पीने का पानी समुचित रूप से उपलब्ध न होना केन्द्र सरकार की अनदेखी का प्रमाण है।उन्नाव जिले की अजगैन, सोनिक, तथा उन्नाव स्टेशनों पर प्यासे श्रमिकों को पानी नहीं लेने दिया गया बल्कि पुलिस द्वारा संक्रमण फैलाने के नाम पर डण्डों से पिटाई भी की गई जो मानवता को शर्मसार करता है।            श्री त्रिवेदी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा क्वारंटीन सेन्टरों पर भी अपनी कमियों को छिपाने के लिए वहाँ रहने वालों के पास मोबाइल फोन रखने पर पाबन्दी है जो सर्वथा अनुचित है।यही कारण है कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सरकार से मजदूरों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी माँगी गई है। इससे पूर्व प्रवासी मजदूरों के हितों की रक्षा करने का आदेश माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा क्रमशः दिनांक 21 अप्रैल तथा 05मई 2020 पारित किया जा चुका है।मजदूरों के गन्तव्य तक पहुँचाने से लेकर उनके भोजन और अन्य सुविधाओं की अनदेखी को सरकार ने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से छिपाने की कोशिश की।             रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में इन्हीं मजदूरों की भूमिका से सरकार लगातार आँखें बन्द किए है।सरकार को समझना होगा कि किसानों और मजदूरों के ही कठिन परिश्रम से देश की खुशहाली बहाल होगी। 


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