गेहूं खरीद केंद्र में किसान के गेंहू की चोरी पकड़ी गयी




पी सी एफ केंद्र प्रभारी ने चोरी की बात मानी,

खरीद केंद्र वाले ही कर रहे थे चोरी, केंद्र प्रभारी की भूमिका भी संदिग्ध।


 

मौदहा। हमीरपुर। मौदहा नगर में किसानों का गेहूं खरीदने के लिए सरकार ने खरीद केंद्र बनाये हैं, जिसमें पी सी एफ भी एक खरीद केंद्र है, जहाँ का इंचार्ज सुरेंद्र कुशवाहा है, किसान कड़ी मेहनत करके अपना खून पसीना एक कर फसल उगाता है, और अपनी फसल बेंचकर अपने साल भर के भरण पोषण का इंतेजाम करता है, परंतु इस केंद्र में प्रभारी पल्लेदारों से मिल कर किसानों द्वारा बेचने के लिए लाये गए गल्ले में सेंधमारी कर बोरी दो बोरी गल्ला चोरी कर लिया जाता है, इस बात का खुलासा तब हुआ, जब एक किसान अपना गेहूं बेचने इस केंद्र में लाया तो इन लोगों ने मिलकर दो बोरी गल्ला पार कर दिया, किसान ने केंद्र प्रभारी से कहा परंतु वह मानने को तैयार नहीं हुआ, किसान मायूस होकर लौट गया, सोचा की शायद कम लाया होगा, लेकिन जब दोबारा किसान अपना गेहूं बेचने के लिए इसी केंद्र में लाया तो फिर उसका दो बोरी गल्ला पार कर अलग रखने लगा, इस बार किसान चौकन्ना था और उसने गल्ला चोरी करते हुए पल्लेदारों को पकड़ लिया, और उसने केंद्र प्रभारी को जैसे ही बताने गया तो चोरी करने वाला पल्लेदार केंद्र प्रभारी के इशारे से वहां से फरार हो गया, और वह नहीं आया किसान के पुत्र ने पत्रकार को बुलाया और इस घटना के बारे में बताया, तो केंद्र प्रभारी ने उसका चोरी किया हुआ गल्ला पहली बार का और अभी का गल्ला वापस कर दिया, इसके बारे में जब केंद्र प्रभारी से पूंछा गया तो उसने माना की चोरी की गयी है और गल्ला वापस कर दिया गया है, परंतु केंद्र प्रभारी ने कहा की चोरी की घटनाओं की जानकारी आज ही उन्हें प्राप्त हुई है, वह पल्लेदार के खिलाफ कार्यवाही करेंगे। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि इस केंद्र में इतना सब कुछ हो रहा है तो क्या इसकी जानकारी केंद्र प्रभारी को नहीं होगी, इस केंद्र में कई पल्लेदार हैं तो क्या उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होगी। लगता तो यह है की किसानों को चूना लगाने में केंद्र प्रभारी सहित सभी की भूमिका संदिग्ध है। पता नहीं अभी तक इन सभी लोगों ने मिलकर न जाने कितने किसानों के खून पसीने की मेहनत पर बट्टा लगाया होगा, ना जाने कितने किसानों का खून चूसा होगा। इन लोगों की चोरी का खुलासा आज हुआ है अभी तक पता नहीं कितने लाख का गल्ला पार किया है। वहीं सुनने में यह भी आ रहा है कि केंद्र प्रभारी ने किसान के हाथ पैर पड़ कर राजीनामा कर लिया है। अब देखना यह है कि उच्चाधिकारी इन भ्रष्ट लोगों पर क्या कार्यवाही करते हैं, या मामला निपटा कर फिर किसानों का खून पसीना चूसने के लिए इनको छोड़ा दिया जाएगा।


 

 



 

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