लोकडौन 3 गांव में और सख्ती से लागू करने की सख्त जरूरत







नेम्फ गार्डन ( राजापुर / सीलप ) छतरपुर मप : आम जन के लिए यह खुशी की बात है कि लोकडौन 2 के 20 अप्रैल के बाद छूट के मामले में शासन प्रशासन द्वारा अच्छे निर्णय लिए गए है , दूसरे जगह फँसे विद्यार्थियों , पर्यटकों , मजदूरों को अपनी अपनी जगह भेजने की पहल की गई है जिससे लोगो को काफी राहत मिली है , वही बाहर फँसे मजदूरों की वजह से संकट बढ़ने की भी सम्भावनाये बढ़ गयी है । असल में विद्यार्थियों , पर्यटकों को सरकारी छूट के तहत कोरोना का प्रोटोकाल का पालन करते हुए लाया ले जाया गया है । इसी प्रकार जो मजदूर सरकारी कार्यक्रमो के अनुसार आये है उनमें समस्या नही है किन्तु जैसा कि मैंने अपनी पोस्ट 2 मई " बाहर मजदूरी करने वालो , परिवारों , सरपंचो , आशा , आगनवाड़ी " से अनुरोध स्वरूप कहा था कि गॉवो मैं प्रतिदिन बाहर मजदूरी करने वालो के गॉवो मैं आने की लगातार खबरे आ रही है जो अधिकतर चोरी छिपे ही आ रहे है । घर आने पर उनके बारे में पता नही चल पाता कि वे कोरोना का प्रोटोकॉल अपना रहे है या नही ? यदि इनमें से किसी की असावधानी से कोरोना फैला तो सम्हालना मुश्किल हो जाएगा ।। पिछले 3 मई को 8 मजदूर नेम्फ गार्डन 2 के बगल से प्रधानमंत्री सड़क से निकले जिनसे बात की गई तो सबने अलग अलग जवाब दिया ।किसी ने ढंग से नही बताया कि वे कहाँ से आये है और कहाँ जाना है किंतु निष्कर्ष स्वरूप कहा जा सकता है कि वे दिल्ली से आये थे और कढेला जा रहे है । इसी प्रकार राजपुर के कुछ के दिल्ली से व मुम्बई से आने की खबरे है। इनकी चाल ढाल और हवा भाव से नही लगता कि वे कोरोना लोकडौन के प्रोटोकॉल का पालन करेंगे ? सामान्य तौर पर यदि थोड़ी सी असावधानी से यदि गॉवो मैं कोरोना फैल गया तो क्या स्थिति बनेगी ? कुछ कह नही जा सकता । इसलिए आवश्यक है कि प्रशासन , पुलिस अधिकारी शहर के साथ साथ गॉवो पर विशेष नजर रखे ताकि लोकडौन 1 , 2 की भांति 3 भी सकुशल वीते । यह अच्छा है कि कोरोना का गॉवो मैं प्रभाव कम रह है ।













 


 






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