मनरेगा मजदूरों के लिए रोजी रोटी का बनी सहारा, 6500 से अधिक मनरेगा श्रमिक मनरेगा में कर रहें हैं काम

विकास खण्ड मडावरा की 65 में से 65 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजनान्तर्गत चल रहें कार्य
Û वर्षा जल संचयन हेतु 24 तालाबों में कराया जा रहा है मनरेगा से गहरीकरण का कार्य 
Û जल संरक्षण हेतु नाला गहरीकरण, मेड बंधी/बंधी निर्माण, चैकडैम निर्माण हो रहे कार्य
Û 250 श्रमिकों के नवीन जाॅवकार्ड जारी, 937 प्रवासी मजदूरो के जाॅवकार्ड नवीनीकृत, 950 प्रवासी मजदूरों को मनरेगा में मिल चुका है कार्य 



ललितपुर।
कोविड19 कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लगातार लोगों से अपील की जा रही है। लोग जागरूक होकर लाक डाउन, सोशल डिस्टेंस, सिनेटाइजर का प्रयोग, मास्क का प्रयोग करें इसके लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। चूंकि कोरोना वायरस बचाव हेतु जागरूक होना बहुत जरूरी है। मानव जीवन को बचाने के लिए भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदम बेहद महत्वपूर्णं हैं। जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ल जिले में निरंतर गांव एवं कस्बों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहें हैं। कोरोना वायरस से बचाव के साथ ही मनरेगा श्रमिकों गांव में ही रोजगार देने की मुहिम भी तेज हो गयी है। अब जिले में मनरेगा कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ब्लाक के हर गांव में मनरेगा अंतर्गत कार्यों को प्रारम्भ कर दिया गया है। मनरेगा प्रवासी मजदूरों/मनरेगा श्रमिकों के लिए रोजी रोटी का मुख्य आधार बन रही है। मजदूर को गांव में ही कार्य मिलने से वे भी अब काफी अच्छा महसूस कर रहें हैं। 
  
    उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के सबसे पिछडे जिले ललितपुर के सबसे दूरस्थ विकास खण्ड मडावरा में महात्मा गांधी रोजगार गारण्टी अधिनियम मजदूरों के लिये किसी संजीवनी से कम नहीं साबित हो रही है। वर्तमान समय में विकास खण्ड मडावरा की 65 में से 65 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजनान्तर्गत कार्य कराये जा रहे है। विकास खण्ड गांवों में गत वर्ष में जल संरक्षण के तहत मृतप्राय ओडी नदी का पुर्नजीवन कार्य विकास खण्ड मडावरा द्वारा कराया गया था, उसी प्रकार इस वर्ष भी विकास खण्ड मडावरा के गांवों में सर्वाधिक 24 तालाबों के गहरीकरण का कार्य विकास खण्ड द्वारा कराया जा रहा है। इसके साथ-साथ जल संरक्षण के अन्र्तगत कराये जाने वाले अन्य कार्य जैसे- नाला गहरीकरण, मेड बंधी/बंधी निर्माण, चैकडैम निर्माण के कार्य कराये जा रहे है वही दूसरी ओर ग्रामीण आजीविका के तहत विभिन्न कार्य जैसे- सम्पर्क मार्ग निर्माण, नाली निर्माण, सी0सी0 रोड निर्माण के कार्य कराये जा रहे है, व्यक्तिगत लाभार्थियों के लिये नाडेप/वर्मी कम्पोस्ड पिट निर्माण, पशु सैड निर्माण एंव उनके खेतों का समतलीकरण भी कराया जा रहा है। 


वर्तमान समय में कार्यक्रम अधिकारी द्वारा 300 से अधिक कार्यो की स्वीकृति दी जा चुकी है, जिसके फलस्वरूप 6500 से अधिक श्रमिक मनरेगा अन्तर्गत कार्य कर रहे है। वर्तमान समय में विकास खण्ड में 1200 से अधिक प्रवासी श्रमिक विकास खण्डों की विभिन्न ग्राम पंचायतों मंे आये हुये है जिसमें से 250 श्रमिकों के नवीन जाॅवकार्ड जारी किये गये एंव 937 प्रवासी मजदूरो के जाॅवकार्ड नवीनीकृत किये गये। अभी तक 950 प्रवासी मजदूरों को मनरेगा अन्तर्गत रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। कोराना संक्रमण की वजह से इस वर्ष मनरेगा के कार्य 20 अप्रैल के बाद प्रारम्भ हो जाने के बाद भी विकास खण्ड द्वारा इतने अल्प समय में ही लगभग 45000 से ज्यादा मानव दिवस सृजित कर लिये गये है। 


विकास खण्ड स्तर से लगातार क्षेत्रीय कर्मचारियों को निर्देश दिया जा रहा है कि श्रमिकों के मांग के अनुसार उन्हे तत्काल ग्राम पंचायत में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाये। विकास खण्ड मडावरा में 18120 क्रियाशील जाॅवकार्ड धारक श्रमिको को निशुल्क राशन भी कोरोना संक्रमण काल में प्राप्त कराया गया है, साथ ही उन श्रमिकों के पंजीयन भी श्रम विभाग में कराये जा रहे है जिन्होने गत वर्ष में 90 मानव दिवस का कार्य मनरेगान्तर्गत किया है साथ ही 1400 से अधिक असहाय व्यक्तियों के खातों में 1000 रू0 की सहायता राशि भी दी गयी है। श्रमिको को ससमय भुगतान प्राप्त हो सके इसके लिये लगातार कार्यक्रम अधिकारी एंव अन्य क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा लगातार क्षेत्र भ्रमण कर मजदूरो से कार्य स्थल पर ही संवाद किया जा रहा है अभी तक विकास खण्ड मडावरा द्वारा 99.96 प्रतिशत ससमय भुगतान कराया जा चुका है। 


मनरेगा अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में मजदूरों को मिल रहे कार्य के सम्बध में जब खण्ड विकास अधिकारी/कार्यक्रम अधिकारी मडावरा सुनील कुमार से वार्ता की गयी तो उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा जहां भी काम चल रहें हैं वहां जाकर कार्य का निरीक्षण किया जा रहा है तथा मजदूरों से बातचीत कर यदि उन्हें कोई समस्या है तो उसका भी समाधान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आगामी सप्ताह में नियोजित श्रमिकों की संख्या को दुगना करने की योजना है जिससें सभी प्रवासी श्रमिकों के लिये मनरेगा अन्तर्गत अधिक सें अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा सके। कहा कि मजदूरों को कार्यस्थल पर उनके द्वारा मास्क भी दिये गये हैं। कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी भी दी जा रही है। अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा हृदेश अहिरवार से जब मनरेगा कार्य के संबंध में वार्ता की गयी तो उन्होंने कहा कि मनरेगा में श्रमिकों को उनके गांव में ही उनकी मांग के अनुसार कार्य दिया जा रहा है। कार्यस्थल में जाकर उनके द्वारा कार्य का निरीक्षण एवं सुझाव मजदूरों के साझा किया जा रहा है। मनरेगा में अधिक से अधिक कार्य गांव में ही मजदूरों को उपलब्घ कराया जा रहा है। मडावरा ब्लाक की 65 में से 65 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजनान्तर्गत कार्य कराये जा रहें हैं। 


 


 


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