मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाए, डाॅक्टर सहित अन्य स्टाफ का स्नेहपूर्ण व्यवहार मरीज की हौसला अफजाई करता है: मुख्यमंत्री

लखनऊ: 28 मई, 2020

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग (वी0सी0) के माध्यम से सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों, विद्यालयों के प्रिन्सिपलों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि आज की यह वी0सी0 कोविड और नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए की जा रही है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जनपदों में एल0-1, एल0-2, एल0-3 कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई, मरीजों को समय से सुपाच्य/सात्विक और पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। दोपहर का खाना 01 बजे तक और शाम का खाना 07 से 08 बजे के बीच में मरीजों को हर-हाल में उपलब्ध कराया जाए। इन अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बेड की बेडशीट्स रोज बदली जाएं। मरीजों की लगातार माॅनीटरिंग की जाए। सीनियर डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक स्टाफ लगातार राउण्ड लेते रहें। मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाए। कोरोना संक्रमण को अनावश्यक पैनिक न बनाया जाए। डाॅक्टर सहित अन्य स्टाफ का स्नेहपूर्ण व्यवहार मरीज की हौसला अफजाई करता है। इससे उसकी रिकवरी जल्दी होती है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एल0-1 कोविड अस्पतालों में प्रत्येक 10-12 बेड्स पर आॅक्सीजन की आपूर्ति अवश्य की जाए। इसी प्रकार एल0-2 के प्रत्येक बेड पर आॅक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, प्रत्येक 02-03 बेड पर वेण्टीलेटर की भी व्यवस्था की जाए। सभी जनपदों में वेण्टीलेटर हर-हाल में क्रियाशील कर लिए जाएं। साथ ही, एनेस्थेटिक तथा पैरामेडिक्स को वेण्टीलेटर चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एल0-3 कोविड अस्पतालों में गम्भीर कोरोना मरीज जैसे बुजुर्ग, अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोग, गर्भवती महिलाएं तथा बच्चे रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी मण्डलों के मण्डलायुक्त कोविड अस्पतालों में डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, वाॅर्ड ब्वाय इत्यादि की उपस्थिति की समीक्षा करें और इन्हें निरन्तर माॅनीटर भी करें। सभी जनपदों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गये अतिरिक्त/संयुक्त निदेशक जनपद के सी0एम0ओ0, सी0एम0एस0 इत्यादि के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कोविड अस्पतालों में मरीजों के इलाज तथा डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति इत्यादि की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ अनावश्यक सेल्फ क्वारण्टीन पर न जाएं। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टाफ स्वयं को मेडिकल इन्फेक्शन से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरते।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नाॅन कोविड अस्पतालों में इमरजेन्सी सेवाएं शीघ्रता से शुरू की जाएं और आॅपरेशन भी किए जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी नाॅन कोविड अस्पतालों को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपकरण जैसे पी0पी0ई0किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर इत्यादि उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इमरजेन्सी सेवाओं में डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, वाॅर्ड ब्वाय इत्यादि इनका उपयोग करते हुए कार्य करें। राज्य सरकार जनपदों के अस्पतालों में इमरजेन्सी सेवाओं के तहत कार्यरत स्टाफ की सुविधा के लिए शीघ्र ही कोरोना जांच के लिए ट्रूनैट मशीन उपलब्ध कराएगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी कोविड-नाॅन कोविड अस्पतालों में पल्स आॅक्सीमीटर और इन्फ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए और इनका उपयोग हर-हाल में किया जाए। सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रोटोकाॅल/गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। मरीजों की स्क्रीनिंग की जाए। अस्पतालों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करते हुए मरीजों को सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए कहा जाए। उन्होंने 30 मई, 2020 तक प्रदेश के कोरोना अस्पतालों में बेड्स की संख्या 01 लाख करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री शीघ्र ही जनपदों में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए की गयी व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए जिलों का दौरा करेंगे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस बात के सभी प्रयास किए जाने चाहिए कि कोरोना के केस ज्यादा न बढ़ें। जिन लोगों में इसके संक्रमण के लक्षण दिखें उनका तुरन्त प्रभावी इलाज सुनिश्चित किया जाए। केन्द्र सरकार द्वारा लागू किये गये लाॅकडाउन का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के साथ-साथ कम्युनिटी स्प्रेड को रोकना है। हमें हर-हाल में कोरोना संक्रमण को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग में लापरवाही न की जाए। उन्होंने कहा कि यदि सभी डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स इत्यादि प्रभावी ढंग से कोरोना से जंग लडे़ंगे तो हमें इस संक्रमण को रोकने में पूरी सफलता मिलेगी। 

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0 के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

---------

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,