पत्रकार बन्धुओं ने अपने जीवन को संकट में डालकर धैर्य और साहसपूर्ण ढंग से ‘‘कोरोना योद्धा’’ के रूप में अपनी भूमिका का निर्वाहन किया-प्रमोद तिवारी
कांगे्रस विधान मण्डल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा,मोना, एवं कांगे्रस के वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी ने ‘‘पत्रकारिता दिवस’’ पर सभी पत्रकार बन्धुओं को हार्दिक बधाई देते हुये कहा है कि कोरोना से संघर्ष में सभी पत्रकार बन्धुओं ने अपने जीवन को संकट में डालकर धैर्य और साहसपूर्ण ढंग से ‘‘कोरोना योद्धा’’ के रूप में अपनी भूमिका का निर्वाहन किया है ।
नेता द्वय ने कहा है कि मोदी सरकार का विगत एक साल जनता को निराष करने वाला और पूर्णतः असफलताओं से भरा रहा है । एक ओर जी.डी.पी. 3.1ः के रिकार्ड गिरावट पर आ गयी, जो आजाद भारत की सबसे ‘‘बुरा दौर’’ है । कोर उत्पादन के क्षेत्र में 38.1ः की गिरावट देष के भविष्य को धूमिल करने वाला है । एक साल में जहांॅ मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देष को आर्थिक तबाही और बर्बादी की ओर झोंक दिया है, वहीं सर्वाधिक निराषा आबादी के सबसे बड़े युवा वर्ग को हुई जहांॅ पिछले 46 सालों में सबसे अधिक बेरोजगारी का सामना देष कर रहा है ।
नेता द्वय ने कहा है कि हमारे पड़ोसी देषों से सम्बन्ध खराब दौर से गुजर रहे है, नेपाल, चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेष और श्रीलंका से हमारे संबंध अत्यंत तनावपूर्ण और बुरे दौर में है । चीन ने स्ण्।ण्ब् का अतिक्रमण करके ‘‘भारत माता’’ के भूभाग पर जबरन कब्जा करके टेण्ट आदि लगा दिया है ।
एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति श्री डोनाल्ड ट्रंप, भारत व चीन के बींच मध्यस्तता की बात दोहरा रहे हैं, और हमारे प्रधानमंत्री जी उसका खण्डन नहीं कर रहे है, ये भारत की वर्षो पुरानी नीति के खिलाफ है क्योंकि यह तय हुआ था कि दो राष्ट्रों के बीच तीसरे की मध्यस्तता हम स्वीकार नहीं करेंगे ।
नेता द्वय ने कहा है कि आज देष कोरोना की महामारी के बुरे दौर से गुजर रहा है । स्थिति यह है कि जहांॅ मोदी सरकार के एक साल के कार्यकाल का भारतीय जनतापार्टी ‘‘वर्षगांॅठ’’ मना रही है, वहीं लगभग 8000 कोरोना के संक्रमित मरीज 24 घण्टे में मिलना, चिन्ताजनक है और अब तक का 24 घण्टे में इतने मरीजों के मिलने का सर्वाधिक आंकड़ा है । दूसरी तरफ कोरोना मरीजों के संदर्भ में भारत देष फ्रांस को पीछे छोड़कर ‘‘चैथे’’ पायदान पर पहंुॅच गया है । जहांॅ कोरोना के गम्भीर मरीज सामने आये है, अत्यंत क्रिटिकल मरीजों की संख्या भारत देष में 8- 9 हजार है, विष्व में अमेरिका के बाद भारत दूसरा देष है जहांॅ सबसे अधिक क्रिटिकल कोरोना मरीजों की संख्या है ।
नेता द्वय ने कहा है कि मोदी सरकार की अदूरदर्षी नीति के कारण ‘‘कोरोना’’ को नियंत्रित करने में भारत देष पूरी तरह असफल रहा हैै, हमारे पड़ोसी देष हमसे अधिक इसको नियंत्रित करने में सफल साबित हो रहे हैं । मोदी सरकार एक तरफ अहंकार में अपनी उपलब्धियों का बखान कर रही है इससे वह कहावत चरितार्थ हो जाती है कि:- ‘‘जब रोम जल रहा था तो नीरो बांसुरी बजा रहा था’’
मोदी सरकार का अपनी उपलब्धियों का बखान करना भारत माता की जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। मजदूरों की घर वापसी पर मोदी सरकार का रवैया अत्यंत दुःखद, निराषाजनक और असहयोग पूर्ण है ।
दुनिया की बाजार में डीजल पेट्रोल सस्ता हो रहा है और भारत देष में महंगा हो रहा है, मोदी सरकार के कार्यकाल का पिछला एक वर्ष किसान, मजदूर, मध्यम वर्ग और आम जनता की जेब से पैसे निकालकर देष के 61 पंूॅजीपतियों के जेब में भेजे जाने वाले वर्ष के रूप में जाना जायेगा, जिसमें 4-5 पंूूॅजीपति परिवार सर्वाधिक हिस्सेदार बने हैं ।
कुल मिलाकर मोदी सरकार विगत एक साल, किसान, मजदूर, आम आदमी और नौजवानों के लिये निराषाजनक और दुर्भाग्यपूर्ण रहा है ।