प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी ,काग्रेस के लिए फायदे का सौदा....!!

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  अजय कुमार लल्लू  की  गिरफ्तारी  के बाद तत्काल रिहाई  की मांग को लेकर प्रवासी मजूदरों का साथ काग्रेस के लिए फायदा का सौदा बनता जा रहा है।  प्रवासी मजूदरों  को यूपी बापिस लाने केलिए काग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा 1000 बसे देने की बात और फिर सरकार द्वारा सूची मांगने से लेकर आगरा सीमा पर बस रिसीव करने की जिद में गिरफ्तार  हो कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जाने की घटना ने काग्रेस को आन्दोलनमुखी होने का मौका दे दिया है। पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर काग्रेसी सडको पर है।जनपद बस्ती में  पंकज द्विवेदी के नेतृत्व में जल सत्यागह प्रवासी मजदूर ध्श्रमिक भाई कुंआनों नदी में खड़े होकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी की रिहाई की मांग हेतु आन्देालन कर रहे हैं।  कोरोना महामारी से पूरा देश प्रभावित है इसके चलते लगाये गये लाॅकडाउन से लाखों प्रवासी मजदूर, किसान, असंगठित क्षेत्र में काम करने सभी प्रकार के दिहाड़ी मजदूर अत्यन्त पीड़ित हैं। दो माह से अधिक समय से खाने-पीने, अपने रोजगार तथा अन्य जीवनोपयोगी जरूरी सामनों के अभाव में संघर्ष करने के लिए विवश हैं। केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार की मजदूरध्श्रमिक विरोधी रवैये के चलते ये राष्ट्र निर्माण श्रमिक हजारों किलोमीटर पैदल चलकर, ट्रकों में भरकर किसी तरह अपने गंतव्य तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं और अपने गंतव्य तक पहुंचने में किसी तरह सफल होने पर उन्हें दो सप्ताह तक बड़ी ही अमानवीय पीड़ा झेलना पड़ रहा है, क्योंकि कोरान्टाइन सेंटरों की हालात बहुत खराब है न उन्हें ठहरने की उचित व्यवस्था ही है और न ही खाने-पीने की समुचित व्यवस्था ही है।


 प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि  दूसरे राज्यों में काम करने के लिए गये हुए मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा एक हजार बसें चलाने का निर्णय लिया गया था जिसे प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की दलगत विद्वेषपूर्ण राजनीति के चलते मंजूरी तक नहीं दी गयी और यूपी के बार्डर पर तीन-तीन दिनों तक बसें खड़ी रहने के बाद वापस हुईं और श्रमिक, कामगार भाई-बहन अभी भी अपने घरांे तक आने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, इसका विरोध करने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी को प्रदेश सरकार के इशारे पर पहले आगरा में गिरफ्तार किया गया और बाद में फर्जी मुकदमें लगाकर लखनऊ की जेल में भेज दिया गया जो दिनांक 21 मई से लखनऊ जेल में निरूद्ध हैं। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार ने तानाशाही और विद्वेषपूर्ण कार्यवाही करते हुए पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के जिला/शहर अध्यक्षों और नेताओं पर भी फर्जी मुकदमें दर्ज किये गये। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेसजनों द्वारा मशाल जुलूस निकालकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी को तत्काल रिहा किये जाने की मांग की गयी। इस मौके पर कांग्रेसजनों द्वारा शपथ ली गयी कि ‘‘इस महामारी में अपनी पूरी शक्ति के साथ, पूरे तन-मन-धन से मानवता की सेवा करेंगे। इस महामारी में जनसेवा ही हमारा सबसे बड़ा धर्म है। हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू को उत्तर प्रदेश की मजदूर विरेाधी सरकार ने जेल में डाल दिया, लेकनि सरकार का यह दमन हमारे सेवा कार्य को रोक नहीं पायेगा।



मशाल जुलूस में प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र चैधरी, महामंत्री श्री विश्वविजय सिंह, श्री दिनेश सिंह, श्री शहनवाज आलम, शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री मुकेश सिंह चैहान, श्री सम्पूर्णानन्द मिश्र, श्री दिलप्रीत सिंह, श्री शिव पाण्डेय, सुश्री शालिनी सिंह,  श्री अभिमन्यु सिंह, श्री ब्रजेश सिंह, श्री मनोज तिवारी, मो0 शुएब खान, श्री शिवम त्रिपाठी, श्री नृपेन्द्र सिंह, श्री प्रभात गुप्ता, श्री इस्लाम अली, श्री सुभाष श्रीवास्तव, मो0 शाहिद अली, श्री मुशर्रफ इमाम, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री सुरेश पाल, श्री अनस रहमान, मो0 तारिक, श्री रथिन चक्रवर्ती सहित सैंकड़ों कांग्रेसजन शामिल हो रहे है जिसके कारण सोती दिखने बाली काग्रेस अन्य विपक्षी दलो के मुकाबले संघर्ष में सब से आगे दिख रही है। कार्यकर्ताओं कह कमी भी  संघर्ष की राह से दूर करने की कबायद हो रही है। पी.एल. पुनिया,प्रमोद तिवारी,पंकज मलिक,बृजलाल खाबरी,राकेश सचान,नसीमउद्दीन सिदृदीकी,प्रदीप जैन आदि अनेक नेताओं की एक जुटता के साथ इस मुद्दे पर खडे होने से एक नया संदेश गया है।


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