प्रदेश में कोरोना के 2243 मामले एक्टिव ,मास्क न पहनने वाले 05 हजार से अधिक लोगों पर लगाया गया जुर्माना - अवनीश कुमार अवस्थी
लखनऊ: 22 मई, 2020
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि लाॅकडाउन की सफलता के लिए प्रत्येक स्तर पर सतर्क एवं सावधान रहना आवश्यक है। उन्होंने लाॅकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। उन्होंने पुलिस को प्रभावी पेट्रोलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा है कि बाॅर्डर क्षेत्र के साथ-साथ हाईवे तथा एक्सप्रेस-वे पर नियमित पेट्रोलिंग से दुर्घटनाओं को रोकने में बड़ी मदद मिलती है। उन्होंने बाजारों में फुट पेट्रोलिंग की उपयोगिता पर बल दिया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि शहरी इलाकों में यातायात प्रबन्धन चुस्त-दुरुस्त रखा जाए तथा ग्रामीण इलाकों में भी सघन पेट्रोलिंग की जाए। उन्होंने कन्टेन्टमेन्ट जोन में होम डिलीवरी व्यवस्था को सुचारू ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सकुशल वापसी के साथ ही उन्हे क्वारंटीन सेण्टर में सुरक्षित ले जाएं। थर्मल स्कैनिंग के पश्चात जो स्वस्थ हों उन्हें खाद्यान्न पैकेट देकर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाए। जिनमें लक्षण दिखायी दें उन्हें क्वारंटीन सेण्टर अथवा आइसोलेशन वाॅर्ड भेजा जाए। उन्होंने कहा है कि अब तक 20 लाख से अधिक प्रवासी कामगार/श्रमिक उत्तर प्रदेश में सकुशल वापस आये हैं। इनकी संख्या को देखते हुए प्रत्येक क्वारंटीन सेण्टर में इन्फ्रा रेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को 15 दिन के खाद्यान्न किट के साथ-साथ उन्हें नियमित तौर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए उनका राशन कार्ड बनवाया जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए। प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की क्वारंटीन सेण्टर में स्किल मैपिंग की जाए। होम क्वारंटीन पूरा करने के साथ ही उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में भी तेजी से कार्य किया जाए। उन्होंने खाद्य एवं रसद विभाग को हर जरूरतमन्द को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने में योगदान देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। इन समितियों के सदस्यों से सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से संवाद स्थापित करते हुए इनके सर्विलांस कार्य की जानकारी प्राप्त की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि नियमित संवाद से व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसके दृष्टिगत प्रत्येक जनपद के लिए एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को नामित किया जाए। यह अधिकारी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के होंगे। यह समस्त अधिकारीगण जिलों में तैनात अधिकारियों से संवाद कायम करते हुए उनका मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा है कि नामित किए जाने वाले 75 वरिष्ठ अधिकारी सम्बन्धित जनपद में एक सप्ताह कैम्प कर स्थिति की मौके पर समीक्षा करते हुए स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। उन्होंने इस कार्य में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही वन सेवा तथा वाणिज्यकर विभाग के योग्य अधिकारियों की भी सेवाएं प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि सभी कोविड चिकित्सालयों का नियमित निरीक्षण किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन अस्पतालों में तैनात चिकित्सक नियमित तौर पर राउण्ड लेते रहें। वेंटीलेटरों के संचालन हेतु एनेस्थेसीओलाॅजिस्ट व तकनीकी कर्मियों को नामित करते हुए इनकी सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करायी जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता को 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक पहुंचाने के साथ ही प्रत्येक जनपद में एक वायरोलाॅजी लैब स्थापित करने की कार्ययोजना को तत्काल आगे बढ़ाया जाए। मेडिकल संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी उपायों का प्रत्येक दशा में पालन करते हुए अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को सतत् जारी रखा जाए। कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को मेडिकल टीम के लिए स्थापित क्वारंटीन सेन्टरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कृषि विभाग के अधिकारी पूरे प्रदेश में गेहूं क्रय व्यवस्था को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करते हुए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने में योगदान दें। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित विशेष आर्थिक पैकेज की व्यवस्थाओं के क्रम में कृषि विभाग विकास खण्ड स्तर पर खाद्यान्न की भण्डारण क्षमता सृजित करने के लिए कार्य करे। ब्लाॅक स्तर पर खाद्यान्न की भण्डारण सुविधा उपलब्ध हो जाने से किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा है कि खनन कार्य नियमानुसार सम्पादित किया जाए। साथ ही प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित विशेष आर्थिक पैकेज के दृष्टिगत सभी विभाग अपना प्रस्तुतिकरण तैयार कर प्रस्तुत करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1199 टेªन के माध्यम से लगभग 16.50 लाख से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 930 टेªन से 12.33 लाख लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। जबकि आज 117 टेªन आ रही हैं जो अगले 24-48 घंटे में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पहुंच जाएंगी। सभी जनपदों के जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित जनपदों में टेªन से आ रहे प्रवासी कामगारों/श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 153 टेªन से 1,86,741 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 66 टेªन के माध्यम से 84,299 लोग आए हैं। वाराणसी में 57, आगरा में 10, कानपुर में 13, जौनपुर में 71, बरेली में 10, बलिया में 37, प्रयागराज में 42, रायबरेली में 17, प्रतापगढ़ में 41, अमेठी में 13, मऊ में 24, अयोध्या में 30, गोण्डा में 54, उन्नाव में 26, बस्ती में 45 टेªन जबकि आजमगढ़ में 27, कन्नौज में 02, गाजीपुर में 11, बांदा में 15, सुल्तानपुर में 21, बाराबंकी में 10, सोनभद्र में 02, अम्बेडकरनगर में 15, हरदोई में 14, सीतापुर में 06, फतेहपुर में 06, फर्रूखाबाद में 01, कासगंज में 08, चंदौली में 08, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 05, मिर्जापुर में 05, देवरिया में 40, सहारनपुर में 02, चित्रकूट में 01, बलरामपुर में 11, झांसी में 03 टेªन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, इटावा, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 379 ट्रेन से 5,36,873 लोग, महाराष्ट्र से 192 टेªन से 2,46,954 लोग, पंजाब से 159 टेªन से 1,80,873 प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 12, कर्नाटक से 35, केरल से 09, आन्ध्र प्रदेश से 03, तमिलनाडु से 13, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 30, गोवा से 07, दिल्ली से 47, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01 टेªन तथा उत्तर प्रदेश से 40 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में विभिन्न प्रदेशों से 60 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं एवं अन्य लोगों को रोडवेज बस के माध्यम से प्रदेश में लाया गया है। द्वितीय चरण में हरियाणा से 4452, राजस्थान से 355 एवं मध्य प्रदेश से 1440 रोडवेज बसों के माध्यम से 2,17,685 लोगों को लाया गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न माध्यमों से लगभग 20 लाख से अधिक प्रवासी कामगार/श्रमिक अब तक प्रदेश में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। प्रवासी कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त प्रवासी श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। अब तक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वाले 05 हजार लोगों पर जुर्माना लगाया गया है। कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅक डाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 54,837 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 44,67,997 वाहनांे की सघन चेकिंग में 44,532 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान लगभग 20.63 करोड़ रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,52,660 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 825 लोगों के खिलाफ 639 एफआईआर दर्ज करते हुए 300 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 794 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 464 थानान्तर्गत 7,63,373 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 44,77,322 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 2071 है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 73 जनपदों में 2243 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 3238 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 928 पूल टेस्ट किये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 29,010 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार प्रवासी कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 6,58,982 प्रवासी कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। उन्होंने इन निगरानी समितियों से अपील किया कि होम क्वारंटीन किये गये लोगों के घर पर क्वारंटीन अवधि की तिथि सहित पोस्टर अवश्य लगाएं और क्वारंटीन किये गये लोगों का निर्धारित अवधि के लिए क्वारंटीन किया जाना सुनिश्चित कराएं। अब तक 87,141 निगरानी समिति के माध्यम से 69,78,009 घरों में रह रहे 3,49,20,368 लोगों से सम्पर्क किया गया है। उन्होंने बताया कि 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों में कोरोना संक्रमण दर 9 प्रतिशत से घटकर 6.5 प्रतिशत रह गई है।