प्रदेश में कोरोना के 2820 मामले एक्टिव-- अमित मोहन प्रसाद


लखनऊ: 28 मई, 2020 

 

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरान्त चिकित्सालय की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में साफ-सफाई तथा मरीजों के बैठने आदि की व्यवस्था अच्छी है। अस्पताल के चिकित्सक पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस चिकित्सालय में प्रदान की जा रही सेवाएं एक आदर्श अस्पताल की भांति हैं। मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सालय की इमरजेंसी सेवाओं पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि रोगियों को नियमित देखा जा रहा है। अस्पताल में आवश्यक आॅपरेशन भी प्रारम्भ हो गये हैं। उन्होंने अस्पताल से सटे क्वारंटीन सेण्टर का भी निरीक्षण करते हुए इसकी व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। 

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पिछले दो दिनों में अलग-अलग चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण की सराहना करते हुए कहा है कि यह कार्य जनपदों में भी तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने समस्त जनपदों में मेडिकल संक्रमण से बचाव के सभी उपाय करते हुए इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक आॅपरेशन की कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैंे। उन्होंने कहा हैं कि इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक आॅपरेशन सेवा के प्रारम्भ होने से गरीब और जरूरतमन्द लोगों को मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि सभी कोविड अस्पतालों में डाॅक्टर नियमित राउण्ड लें। चिकित्सालयों में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था के साथ-साथ बायो-मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने कहा है कि पल्स आक्सीमीटर सभी क्वारंटीन सेन्टरों तथा अस्पतालों में रखा जाय। मेडिकल इंफेक्शन से चिकित्साकर्मियों को सुरक्षित रखने के लिए डाॅक्टरों, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ तथा एम्बुलेंस के चालकों का नियमित प्रशिक्षण किया जाए। सभी जनपदों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, थ्री-लेयर मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर जैसी मेडिकल सुरक्षा सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। चिकित्सालयों में आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता के सभी इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या को 78 जार से बढ़ाकर 30 मई, 2020 तक 01 लाख किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश वापस आने वाले कामगारों/श्रमिकों की क्वारंटीन सेन्टर में स्क्रीनिंग की जाए। क्वारंटीन सेन्टर पर स्किल मैपिंग कार्य को जारी रखते हुए कामगारों/श्रमिकों का दक्षता सम्बन्धी सम्पूर्ण विवरण संकलित किया जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से कामगारों/श्रमिकों सहित समस्त जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन के प्रबन्ध जारी रखे जाएं। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को खाद्यान्न किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। होम क्वारंटीन की अवधि में इन्हें 01 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की साफ-सफाई, सुरक्षा तथा अन्य व्यवस्थाओं का सतत् निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि कन्टेनमेंट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए। पुलिस द्वारा सघन एवं नियमित पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। उन्होंने कहा कि आगामी 01 जून, 2020 से प्रारम्भ होने वाले खाद्यान्न वितरण अभियान की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके राशन कार्ड प्राथमिकता पर बनाएं जाएं। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक जरूरतमंद परिवार को खाद्यान्न उपलब्ध हो जाए। उन्होंने सुचारु खाद्यान्न वितरण के लिए नोडल अधिकारियों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री जी ने सेनिटाइजेशन कार्य को नियमित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मास्क का इस्तेमाल न करने वाले लोगों का चालान करने के साथ ही, उन्हें उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा निर्मित मास्क उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में मनरेगा के तहत कराये जा सकने वाले कार्याें को चिन्हित करते हुए एक कार्ययोजना बनायी जाए, जिससे कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में सुविधा हो। उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप के दृष्टिगत पूरी सतर्कता बरतते हुए बचाव के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। 

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए तेजी से निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि त्वरित निर्णय लेेने से आमजन का मनोबल बढ़ता है तथा निवेशक प्रदेश के विकास में भागीदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। इससे व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में मदद भी मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी स्वदेशी उत्पादों के प्रसार के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वदेशी वस्तुओं को प्रोत्साहित करके भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए हमें एम0एस0एम0ई0 सेक्टर को बढ़ावा देना होगा। इस सेक्टर द्वारा तैयार किए गए उत्पाद सस्ते होते हैं। साथ ही, एम0एस0एम0ई0 सेक्टर में कामगारों/श्रमिकों के लिए रोजगार की भी काफी सम्भावनाएं हैं। 9.5 लाख लोगों को रोजगार देने के लिए कल एमओयू पर हस्ताक्षर होगा।

श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1551 टेªन के माध्यम से लगभग 21.59 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1411 टेªन से 19 लाख से अधिक लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। इसके साथ ही 140 टेªन को और सहमति प्रदान की गई है। सभी जनपदों के जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित जनपदों में टेªन से आ रहे कामगारों/श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 234 टेªन से 2,99,861 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 94 टेªन के माध्यम से 1,22,179 लोग आए हैं। वाराणसी में 100, आगरा में 10, कानपुर में 17, जौनपुर में 110, बरेली में 12, बलिया में 66, प्रयागराज में 61, रायबरेली में 21, प्रतापगढ़ में 68, अमेठी में 16, मऊ में 46, अयोध्या में 35, गोण्डा में 66, उन्नाव में 27, बस्ती में 70 टेªन जबकि आजमगढ़ में 35, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 31, बांदा में 16, सुल्तानपुर में 23, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 03, अम्बेडकरनगर में 23, हरदोई में 19, सीतापुर में 10, फतेहपुर में 08, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 13, इटावा मेें 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, भदोही में 02, मिर्जापुर में 10, देवरिया में 93, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, मुजफ्फरनगर में 01, झांसी में 05, पीलीभीत में 01 टेªन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं। 

श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 490 ट्रेन से 7,12,678 लोग, महाराष्ट्र से 327 टेªन से 4,55,005 लोग, पंजाब से 228 टेªन से 2,67,383 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 53, केरल से 11, आन्ध्र प्रदेश से 10, तमिलनाडु से 30, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 35, गोवा से 18, दिल्ली से 94, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01, उड़ीसा से 01 टेªन, असम से 02 टेªन, त्रिपुरा से 01 टेªन, हिमाचल प्रदेश से 03 टेªन, उत्तराखण्ड से 01 तथा उत्तर प्रदेश से 81 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त निःशुल्क बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है। 01 जून से भारतीय रेलवे द्वारा यात्रा प्रारम्भ की जा रही है उसमें आने वाले यात्रियों का आज प्रोटोकाल जारी होगा।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कल लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, यूपीडा, नगर विकास, श्रम विभाग आदि विभिन्न विभागों की 25 करोड़ रूपए से अधिक की लागत की परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों की गति बढ़ाने तथा उनकी गुणवत्ता और समयसीमा में पूर्ण करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि कामगारों/श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने के लिए श्रम सुधार किये गये हैं। कामगारों/श्रमिकों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने की कार्यवाही भी की जा रही है। हाॅट स्पाट क्षेत्रों को छोड़कर वर्तमान में लघु, मध्यम एवं वृहद श्रेणी के 2,82,930 एवं सूक्ष्म श्रेणी की 75,960 औद्योगिक इकाईयों को प्रदेश में क्रियाशील कर दिया गया है जिसमें लगभग 25.91 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। वर्तमान पेराई सत्र 2019-20 में संचालित कुल 119 चीनी मिल में से 92 चीनी मिल मिलें आवंटित क्षेत्र के समस्त गन्ने की पेराई कर चुकी हैं, जबकि 27 चीनी मिलें अभी क्रियाशील हैं। चालू वर्ष में 124.63 लाख टन चीनी का उत्पादन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सत्र में 19,173.43 करोड़ रूपए के गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। चीनी उद्योग के माध्यम से 60 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो गया है। प्रदेश में संचालित 50894 जन सुविधा केन्द्रों में 1,01,788 व्यक्ति कार्यरत हैं। प्रदेश में अब तक 33.09 लाख निराश्रित व्यक्तियों को 1000 रूपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से कुल 330.88 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का 45 प्रतिशत से अधिक का कार्य पूर्ण हो गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में 4603 श्रमिकों एवं 3142 मशीनों द्वारा कार्य तेजी से चल रहा है जिसे निर्धारित समय से पहले पूर्ण कर लिया जायेगा। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे में 2348 श्रमिक एवं 2370 मशीनों, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे  में 583 श्रमिक व 309 मशीनों के माध्यम से तेजी से कार्य चल रहा है। बाढ़ नियंत्रण के कार्य 15 जून तक पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं।

 

श्री अवस्थी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा 2199 कार्यों को प्रारम्भ कर दिया गया है जिसमें 30,653 श्रमिक कार्यरत हैं। 9498 श्रमिकों के साथ सिंचाई की 457 परियोजनाएं प्रारम्भ कर दी गई हैं। 45563 ग्राम पंचायतों में कुल 23,46,803 अकुशल श्रमिकों के माध्यम से कार्य प्रारम्भ कर दिये गये हैं, जबकि 51919 कार्य मास्टर रोल पर प्रारम्भ हो गये हैं। अन्य प्रदेशों से लौटे हुए 25 हजार से अधिक मजदूरों को नये जाॅब कार्ड निर्गत किये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्र में सेनेटाइजेशन के कार्य में 100,641 सफाई कर्मी लगाये गये हैं। प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों द्वारा 25 लाख से अधिक मास्क तैयार किये गये हैं।

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा मंत्री जी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव आयुष द्वारा लखनऊ के विभिन्न चिकित्सालयों का आज निरीक्षण किया गया। प्रदेश के 75 जनपदों में 2820 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 4062 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल कुल 649 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें से 567 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 82 पूल 10-10 सैम्पल के थे। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 38,054 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 10,08,531 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 956 लोगों में कोरोना के लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 94,856 निगरानी समिति के माध्यम से 74,47,339 घरों में रह रहे 3,74,46,942 लोगों से सम्पर्क किया गया है

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