पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर गांव के ही एक ब्यक्ति पर महिला ने लगाया दुष्कर्म का आरोप

थाना मडावरा अंतर्गत एक गांव की घटना मडावरा पुलिस ने नहीं सुनी पीडित की शिकायत 

 

ललितपुर।

जनपद ललितपुर के थाना मडावरा अंतर्गत एक गांव निवासी दलित महिला के साथ गांव निवासी उसके ही समाज के एक ब्यक्ति पर गांव से थोडी दूर अकेला पाकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है । पुलिस अधीक्षक ने महिला के शिकायती पत्र थानाध्यक्ष मडावरा को कार्रवाई के निर्देश दिए है ।

शुक्रवार 01मई को पुलिस अधीक्षक ललितपुर कैप्टन एम एम बेग को मडावरा थाना अंतर्गत एक गांव निवासी महिला ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया की प्रार्थनी 29अप्रैल को दोपहर में करीब बारह बजे के दरम्यान अपने खेत पर लकडियों बीनने गई थी तभी वहीं पर गांव निवासी समाज का ब्यक्ति मौजूद था उसने मुझे अकेला पाकर बुरी नियत से पकड लिया प्रार्थनी ने उक्त ब्यक्ति के चंगुल से छूटकर भागने की कोशिश को तो उसने जमीन पर पटक दिया और मेरे साथ बलात्कार किया ।

प्रार्थनी ने घर आकर घटना की जानकारी परिजनों को दी परिजन पीडित महिला के साथ घटना की जानकारी देने थाना मडावरा आये आरोप है की मडावरा पुलिस ने प्रार्थनी के साथ हुई दुष्कर्म की घटना को गंभीरता से नहीं लिया 

प्रार्थना पत्र लेने से इनकार कर दिया । इसके बाद पीडित ने 1090 पर भी घटना की सूचना दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई ।अगले दिन 30 अप्रैल को पुलिस क्षेत्राधिकारी महरौनी को भी मामले से अवगत कराया गया वहां से भी पीडिता को निराशा ही हाथ लगी । वहीँ दुष्कर्म का आरोपी पीडित परिवार को लगातार धमकी देकर राजीनामा करने पर जोर दे रहा है । न्याय की उम्मीद लिए दर दर भटक रहे पीडित परिवार ने शुक्रवार 1मई को जिला मुख्यालय आकर पुलिस अधीक्षक एम एम बेग को अपना दुखडा सुनाने पंहुचे । लेकिन वहां पर भी पीडिता को अपनी आप बीती सुनाने के लिए कोराना की बात कहके पुलिस अधीक्षक से मिलने नहीं दिया गया पीडित ने दूर से ही अफनी बात कहने की बात कही फिरभी उसे मंजूरी नहीं दी । इतना ही नहीं एसपी आफिस के दरवाजे पर  बैठे पुलिसकर्मियों ने प्रार्थना पत्र पढ़कर फोन पर समबंधित थाने से समपर्क किया । जबकि पीडित उच्चाधिकारियों को अपनी समस्या सुनाने जाता है तो पुलिसकर्मियों का ये फर्ज बनता है की वह पीडित का प्रार्थना पत्र अधिकारियों तक पंहुचायें अधिकारी खुद समबंधित थानेदार से घटना के समबंध में पूँछताँछ करे तो ये न्याय संगत लगता है । एसपी से मिलने की उम्मीद में घंटों तक वाहर बैठे रही पीडित और परिजन जब एसपी से मिलने की जिद करने लगे तो उनका प्रार्थना पत्र एसपी के पास भेज कर कार्रवाई का आश्वासन देकर घर जाने की बात कहके चलता कर दिया । भले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके साथ होने वाली घटनाओं को लेकर गंभीर हो लेकिन कहीं न कहीं पुलिस की मनमानी सामने आही जाती है जिससे पीडित महिला एवं उनके परिजनों को न्याय पाने के लिए काफी मुश्किलों का.सामना करना पडता है । पीडित महिला एवं परिजनों ने पुलिस अधीक्षक ललितपुर से दोषी ब्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है ।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?