रास्ते में छूटी मंजिल, गुना हादसे के मृतकों के शव पहुंचे सरेनी

लालगंज, रायबरेली।खीरों थाना क्षेत्र के ग्राम मेडौली नाथू खेड़ा मजरे गोनामऊ व बसावन खेड़ा गांव में मृतकों के शव घर पहुंचते ही परिजनो मे कोहराम मच गयाज्ञात हो कि ग्राम मेडौली निवासी सुधीर कुमार पुत्र उमेश चंद्र लोधी उम्र 22 वर्ष, नाथू खेड़ा मजरे गोनामऊ निवासी अर्जुन उम्र 20 वर्ष व बसावन खेड़ा की कोमल मुंबई से घर आने के लिए कंटेनर से निकले थे। मध्यप्रदेश के गुनाबाई पास पर अचानक सामने से आ रही बस मे भिड़त हो जाने से मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं सुधीर कुमार का चचेरा भाई अनिल पुत्र जगदीश गंभीर रूप से घायल हो गया।


सुधीर कुमार व अनिल एक वर्ष पूर्व अपने गांव मेडौली से मुंबई गए थे, उन्हें क्या पता था कि यह वैश्विक महामारी के चलते रोजी रोटी ही नहीं छिनेगी बल्कि जान भी गवानी पड़ेगी। अपने घर पहुंचने की उम्मीद रास्ते में ही टूट गयी। जैसे ही मृतको के शव गांव पहुंचे तो परिजनों में कोहराम मच गया। जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। बीते दिन गुना में हुए सड़क हादसे के दौरान लालगंज तहसील क्षेत्र के कई लोग जख्मी हो गए थे। उनमें से कुछ लोगों की मौत भी हो गई थी। शुक्रवार को सरेनी थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव निवासी गंगाचरण तथा सरेनी बाजार निवासी वसीम खान का शव लाया गया जैसे ही इनके सब पैतृक गांव में पहुंचे ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। सरेनी विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह भी दोनों मृतकों के दरवाजे पहुंचे और 15-15 हजार की आर्थिक सहायता करते हुए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। एसडीएम जीत लाल सैनी से मृतकों के परिजनों को सरकारी सहायता दिए जाने की बात कही।


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