शौचालय निर्माण न करने वालों से धनराशि वसूली जाए ~ डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी

शौचालय निर्माण का लक्ष्य पूरा किया जाए लापरवाही पर सेवा प्रदाता एजेंसी को नोटिस स्वच्छता प्रबंधन समिति की बैठक 




हमीरपुर 27 मई 2020
    जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
    बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि यूनिवर्सल सैनिटेशन कवरेज के अंतर्गत जनपद में शौचालयों के निर्माण का जो लक्ष्य प्राप्त हुआ है उन्हें समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाय। इन शौचालयों के निर्माण हेतु लाभार्थियों को दी जाने वाली सहायता धनराशि पीएफएमएस के अनुसार नियमानुसार डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किया जाय। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा शिकायत नही मिलनी चाहिए। इस हेतु शासनादेश का अक्षरसः पालन किया जाय। जिन लाभार्थियों को शौचालय निर्माण की सहायता धनराशि की  किस्त अवमुक्त की जा चुकी है उनको प्रेरित करके शीघ्रता से शौचालयों का निर्माण कराया जाय। शौचालय निर्माण के बाद पोर्टल पर उसकी फोटो अपलोड कराई जाय। कहा कि लाभार्थियों के खाते में शौचालय निर्माण की सहायता धनराशि पहुँचने के बाद शौचालय निर्माण न कराने वालों से धनराशि की वसूली की जाएगी। जिलाधिकारी ने  ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों के निर्माण हेतु स्थलों के चिन्हांकन में धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए बीडीओ व एडीओ पंचायत को निर्देशित किया कि स्थल चयन का कार्य शीघ्रता से पूर्ण कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कार्यरत आउटसोर्सिंग कार्मिकों का नियमित रूप से समय से नियमानुसार भुगतान किया जाय। 
   जनपद में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण हेतु चयनित सेवा प्रदाता एजेंसी को कोरोना / कोविड-19 के दृष्टिगत मैनपावर / कार्मिकों के खातों में ईपीएफ / ईएसआईसी आदि जमा करने के संबंध में दिए गए निर्देशों का पालन न करने पर जिलाधिकारी ने सेवा प्रदाता एजेंसी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए तथा कहा कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एजेंसी को ब्लैकलिस्ट किया जाय। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत प्राप्त धनराशि के  उपभोग  आदि की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत प्रचार प्रसार मद की धनराशि का नियमानुसार ही उपयोग किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाय। 
    इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य, सीएमओ डॉ आरके सचान, जिला विकास अधिकारी विकास, बीडीओ, एडीओ पंचायत तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।



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