आगरा में और लखनऊ में श्री अजय कुमार लल्लू जी को अमानवीय एवं असम्मान ढंग से गिरफ्तार किया -आराधना मिश्रा

महामहिम श्रीराज्यपाल जी,
राजभवन, उत्तर प्रदेष लखनऊ
बहुत दुःख के साथ आपके संज्ञान में विनम्रतापूर्वक लाना चाहती हंूूॅ कि कांगे्रस विधान मण्डल दल के पूर्व नेता, उत्तर प्रदेष कांगे्रस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष और इस सम्मानित सदन के मा. सदस्य श्री अजय कुमार लल्लू जी को उत्तर प्रदेष शासन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है । व्यक्तिगत और राजनैतिक द्वैष के कारण उन पर बेबुनियाद और पूरी तरह से तथ्य रहित मुकदमा थाना कोतवाली हजरतगंज जनपद लखनऊ में सरकारी कर्मचारियों से दबाव बनाकर लिखाया गया   है ।
इसके पूर्व जब भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांॅधी जी ने 1000 बसों को नोएडा और गाजियाबाद से चलाने के लिये दिनांक- 16.05.2020 को माननीय मुख्यमन्त्री जी को पत्र लिखा था और जब मुख्यमन्त्री कार्यालय द्वारा उसे स्वीकार कर लिया गया तो आगरा- राजस्थान सीमा पर श्री अजय कुमार लल्लू जी द्वारा उन बसों को उत्तर प्रदेष के अधिकारियों को सौंपने के लिये कहा गया।  पहले तो अधिकारियों द्वारा   श्री अजय कुमार लल्लू जी से लगातार झंूॅठ बोला जाता रहा कि अभी बसों को लेते हैं, परन्तु बाद में बिना कोई कारण बताये दिनांक- 19.05.2020 को उत्तर प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष एवं सदस्य, विधान सभा श्री अजय कुमार लल्लू जी, श्री प्रदीप माथुर जी, पूर्व नेता, कांगे्रस विधान मण्डल दल तथा श्री विवेक बंसल जी, पूर्व सदस्य, विधान परिषद को अमानवीय और असम्मान ढंग से गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरे दिन उन्हें न्यायालय के सामने समय से पेष नहीं किया गया, और लखनऊ से पुलिस आने का इंतजार किया गया । चंूूॅकि तथ्यों से परे उन पर दफायें लगायी गयी थी अतः जैसे ही उन्हें आगरा से जमानत मिली, लखनऊ से गयी पुलिस  बलपूर्वक अमानवीय ढंग से रात में ही उन्हें लखनऊ ले आयी, और सबकी नजरों से बचाकर उन्हें मा. मजिस्ट्रेट के सामने पेष किया गया।
श्री अजय कुमार लल्लू जी को सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस लाया गया, उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया गया और वकील से भी नहीं मिलने दिया । दूसरे दिन उन्हें लखनऊ जेल/ कारागार भेज दिया गया, जहांॅ उन्हें मानसिक रूप से परेषान किया जा रहा है, किसी ने मिलने नहीं दिया जा रहा है, मैं बारम्बार मिलने के लिये प्रयास कर रही हंूूॅ लेकिन मुझे भी नहीं मिलने दिया जा रहा है ।
आपके संज्ञान में लाना चाहती हंूूॅ कि श्री अजय कुमार लल्लू जी, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश कांगे्रस कमेटी, सदस्य विधान सभा एवं पूर्व नेता, कांगे्रस विधान मण्डल दल को आगरा में घसीटकर सड़क पर लाया गया, दूसरे दिन तब तक नहीं माननीय न्यायाधीष के सामने उन्हें पेश किया गया जब तक लखनऊ से पुलिस नहीं पहंुॅच गयी । यदि उन पर थाना कोतवाली हजरतगंज जनपद लखनऊ में मुकदमा दर्ज था तो वे कोई अपराधी नहीं थे, वे विदेश नहीं भाग जाते, उन्हें अवसर दिया जाना चाहिए था कि वे दर्ज एफ.आई.आर. के खिलाफ मा. न्यायालय से न्याय ले सकें । तफ्तीश में आरोप के सत्यता की जांॅच की जाती, और उन्हें जांॅच में सहयोग के लिये बुलाया जाता, यदि वे जांॅच में असहयोग करते, और प्रकरण में दोषी होते तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए था किन्तु उन्हें कोई अवसर नहीं दिया गया, यह नैसर्गिक न्याय का उल्लंघन है और मा. सदस्य, विधान सभा के अधिकारों का भी उल्लंघन है ।
श्री अजय कुमार लल्लू जी को लखनऊ के जिस मुकदमें में गिरफ्तार किया गया है उसके किसी भी प्रपत्र अथवा सूची में उनके कहीं भी हस्ताक्षर नहीं है, और न ही कही मौखिक रूप से उनके संवाद ही हैं, उन्हें एक षड़यंत्र के तहत गिरफ्तार किया गया है, जो पूरी तरह से अनुचित और अन्यायपूर्ण है ।
लखनऊ में उनके जमानत प्रार्थना पत्र को येनकेन अभियोजन पक्ष द्वारा प्रकारेण टाला जा रहा है ताकि उनकी जमानत न हो सके । श्री अजय कुमार लल्लू जी, विधान सभा के वरिष्ठ सदस्य है, एक राष्ट्रीय राजनैतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष हैं, उनके साथ किया जा रहा अमानवीय आचरण दोश से परिपूर्ण है ।
उत्तर प्रदेष के ‘‘प्रथम नागरिक’’ होने के कारण आप संविधान की संरक्षक है, आप हमारे अधिकारों की रक्षा करेंगी, इसकी हमें पूर्ण आषा है ।
आपसे विनम्रतापर्वूक अनुरोध है कि श्री अजय कुमार लल्लू जी, सदस्य, विधान सभा, अध्यक्ष उत्तर प्रदेष कांगे्रस कमेटी के ऊपर दर्ज किया गया मुकदमा तत्काल वापस लिया जाय और उन्हें ससम्मान रिहा किया जाय, तथा उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय जिन्होंने आगरा में और लखनऊ में श्री अजय कुमार लल्लू जी को अमानवीय एवं असम्मान ढंग से गिरफ्तार किया और उन्हें प्रताड़ित किया ।
 सादर,
 भवदीया


   (आराधना मिश्रा)









इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?