बहिष्कार आन्दोलन वह ब्रह्मास्त्र है जो चीन को घुटने टेकने को मजबूर करेगा - यशवंत सिंह

लखनऊ। लोकतन्त्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधानपरिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा है कि चीन निर्मित सामग्री बहिष्कार अभियान वह ब्रह्मास्त्र है जो चीन से शहीदों के लहू के एक एक कतरे का हिसाब लेगा, जो उसे मजबूर करेगा कि वह पवित्र हिमालय को अपने नापाक पंजे से मुक्त कर भारत के हवाले करे और तिब्बत को भी आज़ाद घोषित करे। 

 

मंगलवार को चन्द्रशेखर चबूतरा ( दारुलशफा ) पर लोकतन्त्र सेनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष रामसेवक यादव और  चीन निर्मित सामग्री बहिष्कार आंदोलन के संयोजक धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव को चीन का सामान - भारत का अपमान अभियान का हैण्ड स्टीकर प्रदान करते हुए समिति के संरक्षक यशवंत सिंह ने सबसे पहले गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि सीमा पर शहादत का बदला सेना लेगी लेकिन देश में यह बदला देश के नागरिकों को लेना है। यह बदला चुकाने का सर्वाधिक सरल रास्ता है चीन निर्मित सामानों का उपयोग नहीं करने का निर्णय। उन्होंने कहा कि लोकतन्त्र सेनानियों को अब यह हर क्षण याद रहना चाहिए कि हमारा चीन निर्मित सामग्री बहिष्कार आन्दोलन ही वह ब्रह्मास्त्र है जो चीन को सम्पूर्ण हिमालय क्षेत्र को मुक्त करने के लिए मजबूर करेगा। इसलिए इस बहिष्कार आन्दोलन को सफल बनाने के लिए शेष जीवन का एक एक पल लगा दें। 

 

समिति के संरक्षक यशवंत सिंह ने  बलिया के उन लोकतन्त्र सेनानियों के प्रति आभार व्यक्त किया जिहोंने आपातकाल दिवस 25 जून के अवसर महात्मा गाँधी, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर, पूर्व मंत्री गौरी भैया, पूर्व मंत्री शिवमंगल सिंह, पूर्व विधायक मैनेजर सिंह, सहतवार के पूर्व चेयरमैन बद्री सिंह, छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र, पूर्व सांसद गौरीशंकर राय और स्वतन्त्रता सेनानी पण्डित वृंदावन मिश्र जैसे महापुरुषों और लोकतन्त्र के नायकों को प्रणाम करते हुए चीन निर्मित सामग्री बहिष्कार अभियान को सफल बनाने के लिए सामूहिक रूप से संकल्प लेने का निर्णय लिया है। चीन निर्मित सामग्री बहिष्कार संकल्प समारोह 25 जून के प्रति अपनी शुभकामना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा है कि अन्य जिलों के लोकतन्त्र सेनानी भी बागी बलिया के इस निर्णय का अनुसरण करें।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?