बुन्देलखण्ड क्षेत्र एवं अन्य सामान्य समस्या वाले जनपदों में पेयजल संबंधी समस्याओं के निस्तारण के लिए विकास खण्ड, जनपद तथा राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित

पेयजल की समस्या से जूझ रहे गांवों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति 

पेयजल संबंधी शिकायतों के निस्तारण तथा पेयजल आपूर्ति पर सत्त निगरानी के लिए नोडल अधिकारी लगाये गये

लखनऊ: 01 जून, 2020

बुन्देलखण्ड क्षेत्र सहित अन्य जनपदों में भीषण गर्मी के चलते पेयजल संकट से जूझ रहे क्षेत्रों में पर्याप्त तथा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े, इसकी सत्त निगरानी के लिए ब्लाॅक, जनपद तथा राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किये गये है। पेयजल संबंधी कोई शिकायत कंट्रोल रूम को प्राप्त होने पर उसका तत्काल निस्तारण किया जा रहा है। 

यह जानकारी प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मा0 योगी आदित्यनाथ जी की प्रेरणा एवं कुशल निर्देशन में राज्य पेयजल, स्वच्छता मिशन, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर को पाइप लाइन से जोड़ने की योजना संचालित की जा रही है। 

डा0 महेन्द्र सिंह ने आगे यह भी बताया कि पेयजल के संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निस्तारण करने के साथ ही टैंकर के माध्यम से गांव तक पेयजल पहुॅचाया जा रहा है। जल संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए समस्याग्रस्त क्षेत्रों में 3378 अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। इसके साथ ही जल की कमी वाले बुदंेलखण्ड वाले क्षेत्र में 1560 टैंकर तथा प्रदेश में 4275 टैंकर लगाकर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। 

जलशक्ति मंत्री ने बताया कि शुद्ध पेयजल पहुॅचाने के लिए लगाये गये टैंकर समस्याग्रस्त गांवों में कई चक्कर लगाकर शुद्ध पीने का पानी पहुचा रहे है। इसके अलावा गांव तथा मजरों में लगभग 13320 प्याऊ की व्यवस्था की गयी है। पशु-पक्षियों के लिए भी बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 11020 तथा प्रदेश भर में 23791 चरही का निर्माण कराया गया है। जरूरत के मुताबिक दूसरे क्षेत्रों में भी प्याऊ और चरही की व्यवस्था करायी जा रही है। 

डा0 सिंह ने बताया कि राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि कोरोना महामारी और लाॅकडाउन की स्थिति में प्रदेश की ग्रामीण जनता को पेयजल संकट से न जूझना पड़े, इसलिए ग्रामीण पेयजल आपूर्ति विभाग को कड़े निर्देश जारी किये गये है। राज्य स्तर पर जल निगम मुख्यालय परिसर लखनऊ के समीप राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के आफिस में कंट्रोल रूप स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नं0-0522-2239426 है। इस पर पेयजल संबंधी शिकायतों का गम्भीरता से संज्ञान लेते हुए निस्तारण की व्यवस्था करायी जा रही है। 

डा0 महेन्द्र सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा राज्य स्तरीय एवं जनपद स्तरीय नोडल अधिकारियों की तैनाती की गयी है, जो पेयजल सकंट से संबंधित शिकायतों का निस्तारण और समस्याग्रस्त ग्रामीण अंचलों में पेयजल आपूर्ति की सत्त निगरानी कर रहे है। लाॅकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में नोडल अधिकारी एवं कर्मचारी शासन की मंशा के अनुरूप शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कर रहे है। 

उल्लेखनीय है कि जल शक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह गर्मी की शुरूआत में ही समीक्षा बैठक तथा वीडियों कान्फ्रेन्सिंग करके विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये थे कि प्रचंड गर्मी को देखते हुए बुन्देलखण्ड तथा उसके समान पेयजल संकट से ग्रस्त क्षेत्रों एवं जनपदों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही अथवा उदासीनता को गम्भीरता से लिया जायेगा।

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