मोदी जी की 5 ‘‘महान हिमालयन ब्लण्डर’’ जिससे देश कमजोर हुआ-प्रमोद तिवारी

1. नोट बन्दी - जी.एस.टी.- - 46 साल में बेरोजगारी अपने चरम पर है।
2. कोरोना में लाॅकडाउन लगाने से पहले 7 - 10 दिन का समय न देना, जिसके कारण करोड़ों
मजदूरों, छात्रों और नौजवानों को घर पहंुॅचने के लिये तमाम यातनायें सहनी पड़ी ।
3. अमेरिका परस्त नीति अपनाना, जिससे जी.डी.पी. 3.1 के आस-पास आ गयी । ‘‘मूडी’’ ने
हमें बी.ए.ए. रेटिंग में सबसे खराब रेटिंग दे दी ।
4. खराब विदेश नीति के कारण हमारे पड़ोसी देश चीन, नेपाल, श्रीलंका, बांगला देष और
पाकिस्तान से सम्बन्ध अपमानजनक तनाव पूर्ण स्थिति में ।
5. चीन समस्या पर विदेश नीति के कारण ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध का गठन न करना ।


कांगे्रस के वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी ने कहा है कि दिनांक- 19 जून, 2020 को चीन सीमा विवाद पर बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का यह बयान कि ‘‘ न तो कोई हमारी सीमा में घुसा है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी के कब्जे में है’’ । यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बयान है, यदि ऐसा है तो क्या स्ण्।ण्ब् (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के इस तरफ (भारत की ओर) चीन ने जो कब्जा किया क्या वह चीन की भूमि है ? या जो हमारे जाॅबाॅज शहीदों ने ‘‘भारत माता’’ की रक्षा करते हुये शहादत दी- यह उसका अपमान नहीं है । प्रधानमंत्री जी का यह बयान चीन के दावे को जाने- अनजाने और मजबूत करता है । ऐसा क्यों ? क्या आपके रक्षा मन्त्री, और विदेश मन्त्री तथा सेटेलाइट की तस्वीरें झंूॅठ बोल रही है ? क्या आपको नहीं लगता कि यह देषहित में बयान नहीं है ?
भारत की सेना विष्व की श्रेष्ठतम्् बहादुर सेना है और विश्व विजेता है । चाहे दश की धरती हो अथवा चाहे विदेशकी भूमि रही हो, चाहे श्रीलंका में शांति सेना (पीस कीपिंग फोर्स) के रूप में गयी अथवा मालद्वीप में गयी हो, जहांॅ भी शांति के लिये भेजी गयी- हर जगह ‘‘विश्व विजेता’’ बनकर लौटी ।
‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध का नाम सभी देशवासी अच्छी तरह जानते हैं किन्तु इसके पीछे हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की देश के साथ की जाने वाली ‘‘ऐतिहासिक भूल’’ की महागाथा बहुत कम ही बयां की जाती है ।
श्री तिवारी ने कहा कि वर्ष 2011 में देश की एकता अखण्डता और सम्प्रभुता की रक्षा के लिये देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह जी ने तथा यू.पी.ए. की चेयरपर्सन आदरणीया श्रीमती सोनिया गांॅधी जी ने रु. 65,000  करोड़ (पैंसठ हजार करोड़) की लागत से 90,000 (नब्बे हजार) जाॅबाॅज जवानों की ‘‘विशेष प्रशिक्षित वाहिनी’’ का गठन किया था। इस विषेष प्रशिक्षित वाहिनी का गठन मात्र चीन से लड़ाई के लिये ही किया गया था ।उक्त ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध की प्रथम डिवीजन का गठन करके उसे अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित किया था, ताकि वह किसी भी परिस्थिति का मुकाबला सफलतापूर्वक कर सके ।
श्री तिवारी ने कहा कि वर्ष 2017 में ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध की द्वितीय डिवीजन का गठन किया जाना था, और इस द्वितीय डिवीजन का गठन पठानकोट (पंजाब) में होना था - किन्तु वर्ष 2017 में प्रधापमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की चीन की यात्रा के बाद इसकी द्वितीय डिवीजन का गठन करने की बजाय ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध को अचानक बन्द कर दिया गया, और तत्कालीन रक्षा मन्त्री श्री मनोहर परिकर जी ने इसके पीछे तर्क देते हुये कहा कि ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध पर धनराषि खर्च करना फिजूलखर्ची होगी, क्योंकि इसकी कोई उपयोगिताध् आवश्यकता नहीं है ।
श्री तिवारी ने कहा कि ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध को रहस्यमयी तरीके से बन्द करके चीन के खिलाफ लड़ाई को कमजोर कर दिया गया, जिससे लद््दाख को दूसरे देश चीन को कब्जा करने का मार्ग प्रशस्त हो गया ।
तत्कालीन सेनाध्यक्ष श्री विपिन रावत जी ने भी ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध से मुख फेर लिया था और कोई प्रतिकार नहीं किया था । यह और भी शक को पुख्ता कर देती है कि उसके बाद श्री विपिन रावत जी के सेवानिवृृत्ति के उपरांत उन्हें ब्ण्क्ण्ै बना दिया गया।
श्री तिवारी ने कहा कि ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध का मुख्य कार्य 4000 किमी से अधिक चीन से लगी हुइ्र्र भारत की सीमा की सुरक्षा करना, चीन की घुसपैठ को रोकना और चीनी सीमा पर
इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना था- बिना ‘‘विषेष वाहिनी’’ के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बनाना सम्भव नहीं है।
आज सेवानिवृृत्त सेनाध्यक्ष बड़े अफसोस के साथ कह रहे हैं कि वर्ष 2019 तक ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध का 100ः कार्य पूर्ण किया जाना था, और यदि ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध होती तो आज हम चीन का सफलतापूर्वक मुकाबला करते ओर चीन में अंदर तक घुस कर फतह हासिल करते ।
श्री तिवारी ने कहा कि वर्ष 2014 में चीन द्वारा लद््दाख में घुसपैठ करना, और वर्ष 2017 में ‘‘माउण्टेन स्ट्राइक कोर’’यडैब्द्ध का बन्द किया जाना तथा वर्ष 2019 में जम्मू काष्मीर से धारा-370 हटाना एवं वर्ष 2020 में चीन का लद््दाख में कब्जा कर लेना एक सोची समझी साजिश द्वारा किया गया सीरियल प्रतीत होता है । क्या लद््दाख, सियाचीन और काश्मीर के पैकेज का कोई षड़यंत्र तो नहीं ?
श्री तिवारी ने कहा कि पिछले लगभग 10- 12 दिनों में पेट्रोल- डीजल के दामों में लगभग     10 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है जबकि विश्व के बाजार में कच्चे तेल की कीमत में ‘‘रिकाॅर्ड गिरावट’’ दर्ज  हो रही है, ऐसी स्थिति में उस पाॅलिसी का क्या हुआ जिसमें तय किया गया था कि ‘‘विश्व में कच्चे तेल’’ की उपलब्धता के आधार पर कम्पनियांॅ तेल की कीमत तय करेगी ? क्या इसलिये जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है कि ‘‘रिलायंस’’ ने तो अपने को कर्ज मुक्त कर लिया अब अडानी भी कर्ज मुक्त कर लें, यह जनता के साथ धोखा है, और जनता के पैसों पर पंूूॅजीपतियों की तिजोरी भरी जा रही है ।


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