आज लाठियाँ खा रहे, भारत के सिरमौर
आज लाठियाँ खा रहे, भारत के सिरमौर।
कृषक देवता के लिए, आया कैसा दौर।।01
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कृषक देवता की नहीं,सुनती चीख पुकार।
कैसी ये सरकार है? मामा की सरकार।।02
- गीतकार संजीव गुप्ता तनहा
#मध्यप्रदेश:-बेबस,निरीह, कृषक देवता के परिवार को करुण क्रंदन करते हुए देखकर ह्र्दयवेदना से उपजे दो दोहे पीड़ित परिवार को #समर्पित।