कोरोना’’ विनाष में जुटा- भाजपा राजस्थान सरकार गिराने में-प्रमोद तिवारी
कांगे्रस के वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी ने कहा है कि देष में कोरोना संक्रमितों की निरंतर बढ़ती संख्या से स्थिति भयावह होती जा रही है । आज देष मंे कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 879466 (लगभग 08.00 लाख) हो गयी है, पिछले 24 घण्टों में देष में कोरोना संक्रमितों की संख्या 29108 बढ़ गयी है । यदि यही हाल रहा तो 19- 20 जुलाई, 2020 तक भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगभग 10.00 लाख (दस लाख) के डरावने आंॅकड़े को पार कर जायेगी ।
श्री तिवारी ने कहा है कि इस देष का दुर्भाग्य है कि जब वह शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी ‘‘कोरोना महामारी’’ का सामना कर रहा है, तो भा.ज.पा. का शीर्ष नेतृृत्व पहले मध्य प्रदेष में कांगे्रस की सरकारी गिराने में लगा रहा, और अब राजस्थान में कांगे्रस की सरकार गिराने में लगे हैं, उन्हें हिन्दुस्तान के आम आदमी की चिन्ता नहीं है । सरकार कैसे गिरे, और कैसे बने ? अपनी सारी शक्ति इसी में लगा रहे हैं । लोकतन्त्र में यह दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक है, इसकी जितनी भी निन्दा की जाय वह कम है । राजस्थान की सरकार श्री अषोक गहलौत जी के नेतृृत्व में बनी रहेगी, उसे पूर्ण बहुमत है ।
शनिवार और रविवार का 55 घण्टे का ‘‘लाॅकडाउन’’ किसी उद््देष्य को पूरा नहीं करेगा- ऐसा डा. रणदीप गुलेरिया, निदेषक, एम्स, नई दिल्ली ने कहा है ।
आष्चर्य है कि इतने भयानक, भयावह और डरावने हालात होने के बावजूद भी आदरणीय प्रधानमंत्री जी खामोष है, वे अन्य सभी विषयों पर तो बोल रहे हैं किन्तु कोरोना के नाम पर ‘‘मौन’’ धारण किये हैं ।
श्री तिवारी ने कहा है कि एक बात तो स्पष्ट है कि जब से ‘‘लाॅकडाउन’’ समाप्त करके ‘‘अनलाॅक’’ शुरू किया गया है तब से कोरोना संक्रमितों की संख्या हर रोज तेजी से बढ़कर आसमान छू रही है , तथा पिछले सभी रिकाॅर्ड तोड़ दिये हैं, और स्थिति भयावह हो गयी है । इसका एकमात्र कारण है कि रोज कमाने- खाने वालों तथा रेड़ी लगाने वालो को घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है, छोटे दुकानदारों को जीविकोपार्जन हेतु दुकाने खोलनी पड़ रही है, और बेरोजगारों को घर से बाहर जाना पड़ रहा है ।
बार- बार अनुरोध करने के बावजूद भी आदरणीय प्रधानमंत्री जी किसान, मजदूर, रोज कमाने- खाने वाले और बेरोजगारों के लिये रु. 7500 की ‘‘न्याय योजना’’ को नहीं चलने दे रहे हैं । यदि इस योजना को चला दिया जाय तो बहुत से लोग अपने घरों में सुरक्षित बैठे रहेंगे, उनका और उनके परिवार का भरण पोषण हो जायेगा, और वे घरों से बाहर नहीं जायेंगे । इस तरह बाजारों में और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ नहीं इकट््ठा होगी, जिससे कोरोना संक्रमण की गति कम हो जायेगी। किन्तु चाहे केन्द्र सरकार हो और चाहे प्रदेष सरकार हो ‘‘न्याय योजना’’ के अंतर्गत रु. 7500 रुपये नहीं दे रही है अतः आम आदमी, रोज कमाने- खाने वाले, मजदूर और बेरोजगारों को परिवार के भरण पोषण के लिये घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है परिणाम स्वरूप कोरोना संक्रमण में बढ़ोत्तरी होती जा रही है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि कानपुर प्रकरण में जैसे- जैसे ‘‘राज’’ खुलते जा रहे हैं- वैसे - वैसे विकास दुबे के मददगारों की सूची भी लम्बी होती जा रही है। देष सहित विदेषों में भी विकास दुबे की सम्पत्ति का पता चल रहा है इससे यह आइने की तरह साफ है कि बगैर सत्तारूढ़ दल के वरदहस्त के यह संभव नहीं है ।
सवाल यह उठता है कि जब विकास दुबे पर लगभग 100 अपराधिक मुकदमे दर्ज थे तो उसका कोई भी शस्त्र का लाइसेंस निरस्त क्यों नहीं हुआ ? जबकि किसी आम आदमी पर यदि एक भी मुकदमा दर्ज हो जाता है तो उसके शस्त्र का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाता है । ‘‘अपराध मुक्त’’ उत्तर प्रदेष बनाने का दावा करने वाली भारतीय जनतापार्टी सरकार का दावा झंूूठा और खोखला है, जिसकी सच्चाई जनता के सामने आ गयी है ।
चारों तरफ देष- विदेष मे कड़ी आलोचना झेल रही उत्तर प्रदेष सरकार एवं भा.ज.पा. सरकार, तथा मा. सर्वोच्च न्यायालय में लंबित याचिकाओं के चलते मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेष से बचने के लिये, और मा. सर्वोच्च न्यायालय में माॅनीटरिंग न हो पाये इसलिये मा. उच्च न्यायालय के सेवानिवृृत्त न्यायाधीष ‘‘जस्टिस अग्रवाल’’ का गठन किया गया है । उचित होता कि कानपुर में दिनांक- 02 जुलाई, 2020 की रात्रि में पुलिसकर्मियों पर हुये कायरतापूर्ण हमला, हमले में 08 पुलिसकर्मियों के शहीद होने, तथा एक छोटे अपराधी को अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिये दुर्दान्त अपराधी बनाकर दुनिया में ढकेलने, उसको संरक्षण और सहयोग देने वाले, फरारी के दौरान उसका सहयोग करने वाले तथा आत्म समर्पण कराने वाले, और उसकी मौत तक के संपूर्ण घटनाओं की माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीष की देख रेख में निष्पक्ष जांॅच करायी जाय, जिससे वे चेहरे बेनकाब हो सकें, जो उतने ही गुनहगार है जितना विकास दुबे था ।
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