कोविड--19 महामारी में बाजार सील करने न करने की मांग
बबराला, उपजिलाधिकारी गुन्नौर जिला संभल को स्थानीय नागरिको ने ज्ञापन देकर कहा है कि लॉक डाउन होने के बाद और जिस इलाके में संक्रमित व्यक्ति पाये जाने के बाद प्रशासन उस क्षेत्र विशेष को पूरी तरह सील कर देता है और सील करने की अवधि बीत जाने के कुछ ही दिनों बाद उसी इलाके से फिर संक्रमित व्यक्ति निकल आता है और वही इलाका पुनः सील कर दिया जाता है। क्षेत्र विशेष को या सम्पूर्ण बाजार को सील कर देने के बाद भी कोरोना संक्रमण का फैलाव नहीं रूक रहा है। सील कर देने से उस इलाके के छोटे, मझोले व्यापारियों के सामने आजीविका का संकट पैदा हो जाता है। दुकान का किराया, बिजली का बिल. कर्मचारियों की तनख्वाह, बैंक की किस्त यथावत चलती रहती है पर कमाई शून्य हो जाती है । ऐसी स्थिति में व्यापारी कोरोना से मरे या न मरे पर आर्थिक बदहाली उसे मार डालेगी। मांग की है कि बाजारों एवं इलाकों को सील करने की बजाय संक्रमित व्यक्ति के परिवारीजनों एवं उसके सम्पर्क में आये व्यक्तियों का टेस्ट करा लिया जावे एवं उन्हें नियमानुसार क्वारंटीन कर दिया जावे एवं दुकानदार/ध्व्यापारियों को पूर्ण सर्तकता बरतने के निर्देशों के अनुसार उन्हें अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने दिये जाये और यदि कोई व्यापारी/ध्दुकानदार कोविड-19 पैनडैमिक के प्रोटोकाल के खिलाफ काम करता हुआ पाया जाये तो उसे अवश्य दण्डित किया जाये । ज्ञापन देने बालों में राजेन्द्र गुप्ता धमेन्द गौतम प्रशान्त गौतम, राजीव कुमार ,संजीव कुमार गुप्ता ,धर्मवीर विवेक कुमार आदि प्रमुख थे।