पूर्व राज्यपाल श्री राम नाईक का उत्तर प्रदेशवासियों को खुला पत्र


प्रिय उत्तर प्रदेशवासियों, सबको नमस्कार! उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में मानो एक कर्मयज्ञ शुरू किया था जिसको पिछले वर्ष 29 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शब्दों में कहूँ तो पूर्णाहुति दी थी. आज उसके वर्षपूर्ति की पूर्वसंध्या पर मैं आप सभी उत्तर प्रदेशवासियों को याद कर मेरी शुभकामनाएं देता छः वर्ष पूर्व जब 22 जुलाई को मैंने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ ग्रहण की थी तब सिर्फ एक जिम्मेदारी का अहसास था और उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना देखने की आकांक्षा! लगातार पाच वर्ष इसी दिशा में काम करता रहा. लगभग परे उत्तर प्रदेश का भ्रमण किया. राजभवन के द्वार जनता के लिए खोल कर सबको मिलता रहा. पाच वर्षों में अकेले राजभवन में तीस हजार से भी अधिक लोगों से मैं मिला. 2,000 से अधिक कार्यक्रमों के माध्यम से आप सबको मिलता रहा. आप में से दो लाख 21 हजार से भी अधिक लोगों ने मुझे समय-समय पर पत्र भी लिखें. स्वाभाविक था कि आप सबसे एक अपनत्व का रिश्ता बना. कई अवसर ऐसे भी आए जब कर्तव्य कठोर हो कर निर्णय करने पड़े तो कई बार शिष्टाचार को बाजू में रख कर मैं उत्तर प्रदेशवासियों के सुख-दुःख में शामिल होता रहा. अधिक तर आप सभी के प्यार का हक़दार रहा. कभी-कभार किसी ने कुछ आपत्ति उठाई भी तो उसे सकारात्मक सोच से जबाब दिया और आगे बढ़ता रहा. मैंने उत्तर प्रदेश आकर क्या काम किया यह कहने का वैसे न यह अवसर है, न उसकी आवश्यकता है. फिर भी कुछ चंद बाते कहने का मन है. जब मेरे सुझाव पर महाकुंभ के पहले सरकार ने 'इलाहाबाद' का 'प्रयागराज' किया तब लगा भी नहीं था की आप सभी भी उसका इतने हर्षोल्हास से स्वागत करेंगे. बाद में 'फ़ैजाबाद' का 'अयोध्या' हुआ. अब जब मुझे प्रयागराज, अयोध्या से पत्र आते हैं तो प्रेषक का पता पढ़ कर बड़ा संतोष होता है.


अयोध्या तो आज कल बड़ी खबरों में हैं. मुझे याद है एक बार किसी पत्रकार ने राममंदिर के बारे में मेरे विचार जानने चाहें. मैंने बस इतना कहा था कि 'राम तो हर भारतीय के डीएनए में हैं!' सर्वोच्च न्यायालय ने भी सही निर्णय किया और अब 5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन होगा. मैं भी तब मन से आप सबके साथ रहँगा. मुंबई में भी मेरे घर में उस दिन दीप लगाऊंगा. यह बड़ी सराहनीय बात है कि करोना की आपदा के कारण भूमिपूजन के पहले अयोध्या में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है. मैं मुंबई में हूँ. और यहां करोना की बिमारी बढ़ती जा रही है. मगर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में सरकार, डाक्टर, सेवाकर्मो और आप सभी इसे काफी मात्रा में रोक पा रहे हैं यह संतोष की बात है. उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक लोकसंख्या का प्रदेश है. फिर भी सभी सावधानी के कारण करोना के मरीजों की संख्या में उत्तर प्रदेश पहले पांच राज्यों में नहीं हैं और आज तो मरीजों की संख्या घटी है. इसी प्रकार आगे भी आप सब सावधान रहें. सरकार द्वारा दिए जा रही सूचनाओं का पालन करें ताकि जल्द से जल्द स्थिति पर नियंत्रण आ सके. आप सबके स्वास्थ्य की मैं मंगल कामना करता हूँ.


जब मैं उत्तर प्रदेश में था तब मुझे कई बार पत्रकार मित्र पूछते थे कि क्या कर्मभूमि मुंबई की याद आती है? मैं कहता था 'हां! उसी प्रकार जैसे किसी गृहिणी को मायके की याद आती है मगर दिल तो अपने घर में ही होता है.' पाच वर्षों में आप सबने जो स्नेह दिया उससे अब अपने घर होते हुए भी उत्तर प्रदेश याद आता रहता है. मानो, अब वह मायका है. साल बित गया फिर भी हर दिन उत्तर प्रदेश से किसी ना किसी का पत्र आता है. दूरभाष पर तो कईयों से आज भी बातचीत होती है. मैं आप सबकी खबर रखता हूँ.


योगी आदित्यनाथ की सरकार व विद्यमान राज्यपाल की मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश बनने की राह पर चलता रहें. 'चरैवेति! चरैवेति!!'. आप सब खुश रहें.


आपका,


 


(राम नाईक)


निवास : बी 503 लक्षचंडी अपार्टमेंट्स, कृष्ण वाटिका मार्ग, गोकुलधाम, गोरेगाव पूर्व, मुंबई 400 063 दूरभाष: 022-28413399


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