प्रदेश के सात मेडिकल कालेजों/संस्थानों में प्लाज्मा थेरेपी उपलब्ध, 60 मरीज उपचारित

लखनऊ: दिनांक: 29 जुलाई, 2020

मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेजों के कोविड सेन्टर्स के आइसोलेशन बेड पर आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक सेन्टर्स पर 48 घण्टे से अधिक की आॅक्सीजन का बैकअप सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश के 11 मेडिकल काॅलेजों में निःशुल्क त्मउकमेपअपत (रेमिडिसबेर) इन्जेक्शन व दो सेण्टरों एस0जी0पी0जी0आई0 तथा के0जी0एम0यू0 लखनऊ में निःशुल्क ज्वबपसप्रनउंइ (टासिलीजाॅम) दवा भी उपलब्ध करायी गयी है। 

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत कोविड-19 से संक्रमित अब तक लगभग 20,000 मरीज भर्ती हुए हैं जिनमें से 14 हजार मरीज उपचार के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों में 70 वर्ष से ऊपर के 1277 मरीजों का उपचार किया गया है जिनमें 78 प्रतिशत 1000 मरीजों को अब तक उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया जा चुका है। उन्होने बताया कि 05 वर्ष से कम आयु के 451 मरीजों का उपचार किया गया जिनमें 421 मरीजों को उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के मेडिकल कालेजों/संस्थानों में कोविड-19 से सक्रंमित 230 सिजेरियन डिलेवरी की गयी एवं 465 मरीजों की डायलिसिस की जा चुकी है।

डाॅ0 दुबे ने बताया कि वेन्टीलेटर के अतिरिक्त 232 बाइपैप मशीनें व 44 एच0एफ0एन0सी0 मशीनें उपलब्ध हैं तथा 137 अतिरिक्त बाईपैप तथा 215 अतिरिक्त एच0एफ0एन0सी0 क्रय करने के आदेश निर्गत किए जा चुके हैं। कोविड-19 से गम्भीर रूप से सक्रंमित 992 मरीजों को बाइपैप दिया गया जिनमें से 630 मरीज ठीक हो चुके हैं। 251 मरीजों को एच0एफ0एम0सी0 दिया गया जिनमें से अब तक 182 मरीज ठीक हो चुके हैं। 

प्रदेश के 07 मेडिकल कालेजों एस0जी0पी0जी0आई0, के0जी0एम0यू0, एस0एस0पी0एच0 नोएडा, जिम्स ग्रेटर नोएडा, जी0एस0वी0एम0 मेडिकल कानपुर, एस0एन0 मेडिकल काॅलेज आगरा तथा सन्तोष मेडिकल काॅलेज गाजियाबाद में भर्ती अति गम्भीर रूप से संक्रमित 75 मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी गयी जिनमें से 60 मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अति गम्भीर मरीजों में 262 मरीजों को त्मउकमेपअपत (रेमिडिसबेर) इन्जेक्शन दी गयी जिनमें से 154 मरीज ठीक हो चुके हैं। 57 मरीजों को ज्वबपसप्रनउंइ (टासिलीजाॅम) दवा दी गयी जिनमें 36 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त 833 अति गम्भीर मरीजों को वेन्टीलेटर पर रखा गया जिनमें 62 मरीज ठीक हो चुके हैं। 

प्रदेश के 50 मेडिकल काॅलेजों के कोविड चिकित्सालयों के रोगियों का उपचार चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ की टीम द्वारा 24 ग 7 किया जा रहा है। 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?

कर्नाटक में विगत दिनों हुयी जघन्य जैन आचार्य हत्या पर,देश के नेताओं से आव्हान,