भाजपा सरकार में भयावह हुयी प्रदेश की व्यवस्था : सपा


सपा के मुख्य प्रवक्ता द्वारा जारी पत्र में लगाये गये हैं गंभीर आरोप
ललितपुर। उत्तर प्रदेश में बढ़ती अराजकता और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में उत्तर प्रदेश में काबिज भाजपा सरकार कारगर कदम नहीं उठा पा रही है। तो वहीं कोरोना के प्रदेश में लगातार बढ़ते मामलों पर भी प्रदेश सरकार गंभीर नहीं है। इस प्रकार के आरोप लगाते हुये उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री/सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार से सवालों को उठाया है। सपा कार्यालय से मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी द्वारा जारी पत्र का हवाला देते हुये सपा जिलाध्यक्ष तिलक यादव एड. ने बताया कि कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आरोप लगाया कि मरीजों को न तो दवायें मिल रहीं है और न ही उनके सम्पर्क में आने वालों की जांच हो रही है। मदद के लिए जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगायी जाती है, वह फोन तक नहीं उठाते। आरोप लगाया कि कई जनपदों में पुलिस और विधायकों-सांसदों के बीच अनबन में मर्यादा की सीमायें टूट रहीं है। दूसरी तरफ अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हो चले हैं कि कौशाम्बी में चोरों पर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला हो गया, जिसमें एक दरोगा व सिपाही घायल हो गया। इतना ही नहीं दरोगा की पिस्टल तक भीड़ छीन ले गयी। जब पुलिस ही इतनी असुरक्षित है तो जनता को सुरक्षा कहां से मिलेगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि समाजवादी सरकार में लखनऊ में निर्मित कैंसर अस्पताल को भाजपा सरकार साढ़े तीन वर्षों में संचालित तक नहीं कर पायी। अब कम से कम वहां कोविड सेन्टर की व्यवस्था कर कोरोना पीडि़तों को रखा जा सकता है। उन्होंने पत्र में मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी द्वारा लगाये गये बड़े आरोप का हवाला देते हुये बताया कि भाजपा सरकार ने केबल वायदे करना और भटकाने का काम किया है। सचिवालय के अंदर फर्जी अधिकारी, फर्जी दफ्तर खोलकर बैठे हैं और बेधड़क ठगी का धंधा कर रहे हैं, ऐसे काम वर्तमान सरकार में हो रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बिजली विभाग में चार हजार करोड़ का पीएफ घोटाला और अब उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर घोटाला भी सामने आने की बात कही।


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