मानस सिद्धि से श्री लाभ का सुअवसर

राम जी की आज्ञा से
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मानस सिद्धि से श्री लाभ का सुअवसर
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मानस की श्री सिद्धि शक्ति
का अलौकिक दिव्य लाभ प्राप्त करने हेतु
 एक वर्ष
 [ पुरुषोत्तम ( अधिक ) मास  मिलाकर कुल १३ महीने ]
   के लिए कुल १०८ सदस्यों को मानस की विशेष साधना के लाभ मे सम्मिलित होने का प्रस्ताव -


 मेरी जीवन भर से चल रही श्री रामचरितमानस की विशेष साधना के अलौकिक लाभ के सहभागी बन सकते हैं । 


मेरे परमाराध्य परम इष्ट प्रभु राम जी का ( मेरे जीवन मे यह तीसरा ) स्पष्ट आदेश हुआ है -


===  वेद वाक्य  ===


ये पायवो मामतेयम् ते अग्ने
पश्यतो अंधम् दुरितादरक्षन्।
ररक्ष तांत्सुकृतो विश्ववेदा
दिप्सन्त इद्रिपवो नाह देभुः।।
    ऋग्वेद 1/147/3
भावार्थ- परोपकार और परमार्थ के कार्यों में निंदा, लांक्षन, उपहास आदि का भय नहीं करना चाहिए। ऐसे मनुष्यों की रक्षा स्वयं परमात्मा करता है। अतः निश्चिन्त होकर लोक कल्याण में लगे रहना चाहिए।


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अतः मेरे प्रभु की आज्ञा है -
कि मानस की अलौकिक दिव्य श्री शक्ति के लाभ को अकेले नही
बल्कि
सर्वजन हिताय की सामूहिक हित कल्याण भावना से अपने १०८ मित्रों को भी १३ महीने तक के लिए अपने साथ सहभागी बनाओ ।


अब राम जी की कृपा का परम लाभ किसको मिलना है
ये राम जी ही जाने ।


मानस की मेरी विशेष साधना के अनुसार
इस वर्ष पुरुषोत्तम ( अधिक ) मास सहित एक वर्ष तक ( कुल १३ महीने ) का मानस मंत्र शक्ति प्रयोग का अति विशेष सिद्धि प्रयोग .।


इसमे १३ महीने के लिए केवल १०८ सहयोगी ही सम्मिलित करना है ।


जो भी मित्र इसमे सम्मिलित होंगे
वो मेरी मानस साधना सिद्धि से अपने घर बैठे ही सरलता से लाभ प्राप्त कर सकेंगे ।
इसमे कोई भी ब्यक्ति , किसी भी वर्ण , आश्रम , आयु का कहीं के भी नर या नारी , बालक - बृद्ध , बच्चे - बूढ़े , सभी सम्मिलित हो सकते हैं ।


इसमे सम्मिलित होने वाले के जीवन के  अर्थ , धर्म , काम , मोक्ष श्रेणी के ४ सबसे बड़े और कठिन कामों मे जिसमे आपकी सर्वाधिक लगन निष्ठा और आवश्यकता होगी वो काम पूरे होंगे ।
तथा रामचरितमानस की अलौकिक सिद्धि से जीवन मे अनिर्बचनीय सर्वसुख , शान्ति का परम लाभ प्राप्त होगा ।
जो लोग इस विशेष साधना मे मेरे सहभागी बनने के इच्छुक हों
वो मेरे ह्वाट्सएप नं.
 9451142792 
में अपना 
नाम 
वर्ण ( जाति )
उम्र
जन्म राशि , नक्षत्र
पता 
निवास 
और 
गोत्र 
के साथ 
ये भी लिखें
कि 
मै आपके
श्री रामचरितमानस के सिद्धि लाभ मे सम्मिलित होना चाहता हूँ ।
ये संदेश भेजकर 
अपनी अग्रिम प्रक्रिया पूर्ण करके ही
अपना नामांकन
कराकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं ।
क्योंकि
१०८ की संख्या पूर्ण हो जाने पर किसी को भी सम्मिलित नही किया जा सकेगा ।


नामांकन प्रस्ताव आने पर आपको आपके ब्यक्तिगत ह्वाट्सएप नं. पर आपके
 अनुसार , इसकी सरल और पूरी जानकारी  दी जायेगी ।
उस जानकारी के बाद
कोई बात न समझ पाने मे
किसी बात की स्पष्टीकरण के लिए मेरे 6394565279 जियो नम्बर पर मुझसे वार्ता करके समझ सकते हैं ।
उसके बाद आपकी पूर्ण स्वीकृति के बाद ही आपको सम्मिलित किया जायेगा ।
आपके सुनिश्चित नामांकन के बाद ही आपकी सहभागिता स्वीकार होगी ।


यह सहभागिता
कवनिउ सिद्धि कि बिनु बिस्वासा ।
या
बिनु बिस्वास भगति नहि तेहि बिनु द्रवहिं न राम ।।


के अनुसार मेरे और मानस के ऊपर पूर्ण विश्वास होने पर ही सहभागी बनने का प्रस्ताव करें ।
संशय , या तर्क की दुविधा की स्थिति मे नही ।
इसलिए १०८ की सीमित संख्या मे तर्क , संशय वाले लोग स्थान न घेरें
श्री रामचरितमानस पर श्रद्धा विश्वास रखने वाले लोगों को ही १०८ की संख्या मे सम्मिलित होकर लाभ लेने दें ।


यद्यपि जिसको इस मानस साधना का सिद्धांत समझना और जानना हो वो मुझसे मिले 
तो यदि 
श्री रामचरितमानस पर आस्था , निष्ठा होगी 
तो मै पूरी विधि बिस्तार से समझा सकता हूँ 
और कोई भी ब्यक्ति अपनी लगन और समर्पण , निष्ठा की पवित्र स्थिति के अनुसार श्री रामचरितमानस की यह विशेष साधना करके श्री सिद्धि शक्ति प्राप्त कर सकते हैं ।
लेकिन
इस साधना की पूरी बिधि मोबाइल से सम्भव नही 
सामने प्रत्यक्ष मिलकर ही सम्भव है ।


मानस श्री सिद्धि की यह विशेष साधना 
भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि 27 अगस्त सन् 2020 गुरुवार से प्रारम्भ हो जायेगी .।
अतः पूर्ण लाभ लेने के लिए
इस तिथि के पहले ही नामांकन सुनिश्चित हो जाना चाहिए ।


108 सदस्य पूरे हो जाने के बाद कोई एक  भी अधिक सहभागी समूह मे सम्मिलित नही किया जा सकेगा ।



       शेष श्री राम कृपा .!!


पं. रामगोपाल तिवारी "मानस-रत्न"
              बाँदा ( उ.प्र. ) 94511 42792


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