मौदहा हमीरपुर में सप्ताह के पांच दिन भले ही बाजार पूरी तरह खुले , भीड़ की शक्ल में लोग सड़कों पर घूमे

मौदहा हमीरपुर । सप्ताह के पांच दिन भले ही बाजार पूरी तरह खुले , भीड़ की शक्ल में लोग सड़कों पर घूमे , थ्री सीटर वाहन में क्षमता से पांच गुना अधिक यात्री यात्रा करें अथवा सरकारी बसों में चलने वालों को भीड़ की शक्ल में खड़े खड़े यात्रा करना पड़े किन्तु सप्ताह के अंतिम दो दिन शनिवार एव रविवार को लॉकडाउन लगाकर कोरोना से बचाव के हर सम्भव प्रयास सरकार द्वारा किये जा रहे है। हालांकि ये बात और कि धार्मिक स्थलों व त्योहारों के समय लंबे समय से आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों पर आवश्यक दिशा निर्देश के साथ पूर्णतः प्रतिबन्ध लगा रहता है। जो यह बताने के लिए पर्याप्त है कि प्राण घातक कोरोना का वास धार्मिक स्थलों पर ही अधिक है और शायद यही कारण है कि सरकार धार्मिक स्थलों व धार्मिक कार्यक्रमों के प्रति बेहद कड़ा रुख इख्तियार कर कोरोना की चेन तोड़ने का भरसक प्रयास कर रही है। 


वही इसके उलट राजनैतिक कार्यक्रमो व इनकी बैठकों में होने वाली भीड़ पर कोरोना का असर नही होता । शायद इसी वजह से इन्हें 5 य 50 अथवा 500 की भीड़ लगवाने की छूट दिखाई देती है , बशर्ते यह सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ फोटो खिंचवाते समय मास्क लगाना न भूले। 


आमजनमानस का मानना है कि शायद सरकार ने  पांच दिन उन्हें व दो दिन कोरोना को सड़कों पर चहल कदमी के लिए निर्धारित कर कोरोना की चेन तोड़ने का फार्मूला निकाला है , जिस्के चलते वह सप्ताह के अंतिम दो दिनों में लागू लॉकडाउन का पुर्णतः पालन कर शाषन प्रसासन का सहयोग करते हुए अपने घरों में रहते है।


 लोगो की इसी जागरूकता के चलते आज सड़को में सन्नाटा पसरा रहा , गालियां व चौराहे सुने रहे । हालांकि इसके बावजूद प्रसासन आवाजाही करने वालों को मुख्य चौराहों व मार्गो में मुस्तैद रहकर सोसल डिस्टेंसिंग व  मास्क लगाकर कोरोना से बचाव का पाठ पढ़ाता नज़र आया।


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