फर्रुखाबाद मे बेटे-भतीजे पर मुकदमा दर्ज होने से भड़के भाजपा सांसद, थाना घेरकर बोले-मर्यादा भूल गई है पुलिस




अलीगढ़ में भाजपा विधायक से थाने में मारपीट का प्रकरण अभी ठंडा भी नहीं हो पाया था कि अब फर्रुखाबाद के जहानगंज थाने में एक और मामला सामने आया है। मौरंग सप्लायर पर हमले में पुत्र, भतीजे और समर्थकों के खिलाफ मुकदमा और सेक्टर अध्यक्ष की गिरफ्तारी से गुस्साए भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने रविवार को समर्थकों के साथ थाना घेर लिया। इस दौरान सेक्टर अध्यक्ष को छुड़ाने को लेकर थाना प्रभारी और सांसद के बीच जमकर नोकझोंक हुई। सांसद की पैरवी के बावजूद पुलिस ने सेक्टर अध्यक्ष का शांतिभंग में चालान कर दिया और कमालगंज सीएचसी में चिकित्सीय परीक्षण कराकर उप जिलाधिकारी सदर के न्यायालय में पेश किया।मौरंग व्यापारी पर हमले में ग्रामीणों ने कंपिल के भाजपा सेक्टर अध्यक्ष शिवकुमार बाथम को पकड़ पुलिस को सौंपा था। सांसद दोपहर करीब ढाई बजे लगभग 200 समर्थकों के साथ थाने पहुंचे। थाना प्रभारी के कार्यालय में बैठकर सेक्टर अध्यक्ष को छोडऩे को कहा। थाना प्रभारी अंकुश कुमार राघव ने कहा, मुकदमे में नामजद शिवकुमार की शांतिभंग में लिखा-पढ़ी हो चुकी है। इतना सुनते ही सांसद भड़क गए और थाना प्रभारी को जमकर खरी-खोटी सुनाई। नसीहत दी-'कलम तुम्हारी है और तुम किसी के खिलाफ मुकदमा लिख सकते हो, लेकिन कार्रवाई जांच के बाद ही होनी चाहिए'।सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक ने फोन पर बात करते हुए जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया तो सांसद बोले-पुलिस मर्यादा भूल गई है कि सांसद से कैसे बात की जानी चाहिए। सांसद बाहर निकल अपनी गाड़ी में बैठ गए तो क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद सोहराब आलम आ गए। उन्होंने सांसद से बंद कमरे में बात की। सांसद से कहा कि लिखा-पढ़ी शांतिभंग में हो गई है तो पकड़े गए व्यक्ति को छोडऩा संभव नहीं है। मुकदमे की सही विवेचना कराई जाएगी, निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। सांसद मुकेश राजपूत ने बताया कि कार्यकर्ता की पैरवी में आए हैं। कार्यकर्ता के सम्मान के लिए थाना तो क्या, कहीं भी जा सकते हैं। अपने कार्यकर्ता का सम्मान मेरे लिए सर्वोपरि है।सांसद के साथ हुजूम देखकर पहले तो पुलिस सहम गई, लेकिन निपटने के लिए कुछ ही देर में जवान अलर्ट हो गए। माल खाने से अश्रु गैस गन तथा हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर भी निकालकर तैयार कर लिए गए थे।पांचाल घाट निवासी विक्रांत सिंह राना की पत्नी मधुबाला सिंह ने सांसद के पुत्र अर्पित राजपूत, भतीजे राहुल राजपूत, रजनेश राजपूत, प्रदीप राजपूत, शिवकुमार राजपूत, अंकज राजपूत तथा छह अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में कहा कि उनके पति विक्रांत सिंह अपनी कार से ड्राइवर सोमू राजपूत व रामजी अग्निहोत्री के साथ कानपुर से घर वापस आ रहे थे। काली नदी पुल के आगे ग्राम महरूपुर खार के पास पीछे से स्कार्पियो कार से ओवरटेक करके उनके पति की कार को रोक लिया।कार से लगभग 12 लोग उतरे और गाड़ी को घेर लिया, जिसमें रजनेश राजपूत ने चाकू से उनके पति पर हमला किया। हमले से उनके पति बुरी तरह से घायल हो गए। उनके पति व उनके साथियों के चिल्लाने पर गांव के काफी लोग आ गए तो हमला करने वाले लोग अपने वाहन से भागने लगे। तभी गांव वालों ने शिवकुमार बाथम को पकड़ लिया। व्यापारी की पत्नी ने बताया कि आरोपितों ने भागने के बाद पति के फोन पर जान से मारने की धमकी भी दी। थानाध्यक्ष अंकुश कुमार राघव ने बताया कि व्यापारी की पत्नी की तहरीर पर धारा 147, 148, 149, 341, 324, 506 एवं धारा 34 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।सांसद के समर्थक कंपिल क्षेत्र के गांव हजरतगंज निवासी विनोद कुमार ने मौरंग व्यापारी विक्रांत ङ्क्षसह राना के खिलाफ तहरीर दी है। इसमें आरोप लगाया है कि 22 अगस्त की रात करीब आठ बजे वह बाइक से छिबरामऊ से कंपिल वापस जा रहे थे। महरूपुर खार के निकट ओवरटेक करते समय उनकी बाइक एक स्कॉर्पियो से टकरा गई। स्कार्पियो में सवार विक्रांत ने पहले गाली गलौज, फिर मारपीट की।


 

 




इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सबसे बड़ा वेद कौन-सा है ?