प्रदेश में स्वास्थ्य सेवायें बदहाल होने से बढ़ रहे कोविड-19 के मामले

सपा द्वारा जारी पत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर सरकार को बताया जिम्मेवार
ललितपुर। पूरी दुनिया इस समय नोबेल कोरोना संक्रमण के प्रभाव से जूझ रही है। वहीं दूसरी ओर भारत भी कोरोना संक्रमण से प्रभावित देशों की सूची में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर समाजवादी पार्टी ने गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुये प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर कई गंभीर सवाल खड़े किये हैं। इस सम्बन्ध में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान का हवाला देते हुये सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी द्वारा जारी पत्र जिला कार्यकारिणी द्वारा जिले में दिया गया है।
 इस पत्र में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के बदत्तर हो चली सेवाओं के कारण सत्तादल के एक दर्जन मंत्री व विधायक कोविड-19 की चपेट में हैं और एक कैबिनेट मंत्री की दुखद मृत्यु हो चुकी है। इसके बावजूद भी कोविड-19 के उपचार की प्रदेश में उचित व्यवस्था नहीं है। कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक कोई भी मेडीकल कॉलेज नहीं बनाया गया है। बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण लोगों में भय व्याप्त है और मनोवैज्ञानिक रूप से हताशा का शिकार हो रहे हैं। इसके अलावा लॉकडाउन के कारण भी लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कहा कि अब तो कोरोना वारियर्स भी इस संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। 
 जारी पत्र में गोरखपुर में स्वास्थ्य कर्मियों को भोजन न मिलने, बरेली में सेनेटाइजर खरीद में भ्रष्टाचार होने, बदायूं ममें क्वारंटीन सेंटर में मरीजों के भूखे रहने, कानपुर में संक्रमितों की संख्या बढऩे पर प्रशासन की निष्क्रियता, फतेहपुर में चारपाई पर एम्ब्यूलेंस का दर्दनाक दृश्य आदि शामिल किये गये हैं। इसके अलावा अनेकों बदहाली का हवाला देते हुये प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाये जाने की बात कही गयी है।


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