प्रौद्योगिकी के उपयोग से ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों/ सभी ग्रामों का सर्वेक्षण कर उनके स्वामित्व संबंधी अभिलेख तैयार किया जाएगा


हमीरपुर 10 अगस्त 2020
    जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी  की अध्यक्षता में स्वामित्व योजना की समीक्षा   बैठक कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में संपन्न हुई।
   स्वामित्व योजना के अंतर्गत ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों/ सभी ग्रामों का सर्वेक्षण कर उनके स्वामित्व संबंधी अभिलेख तैयार किया जाएगा। इसमें ग्राम आबादी में व्यक्तिगत संपत्तियों, सरकारी संपत्ति, ग्रामसभा भूमि, सड़के, खुले भूखंड आदि की पहचान और सर्वेक्षण किए जाने वाले संपत्ति क्षेत्रों की सीमाओं का चिन्हांकन सर्वे टीम द्वारा किया जाएगा। सर्वे टीम में राजस्व विभाग के अधिकारी, भारतीय सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी, विकास विभाग व पुलिस विभाग की टीम शामिल होगी। इसमें राजस्व विभाग नोडल विभाग होगा। इसके अंतर्गत ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाली   सभी  संपत्तियों भवन, कार्यालय, मकान, सड़क कच्चा रास्ता, पक्की गली , नाली, पुलिया, रेलवे लाइन, नहर, नदी, झरना, मोबाइल टावर, बिजली खंबा, ट्रांसफार्मर, हैंड पंप, कुआं, शौचालय आदि सभी प्रकार की संपत्तियों को मानचित्र में एक नंबर दिया जाएगा, सभी के नंबर अलग अलग होंगे।
     जिलाधिकारी ने कहा कि स्वामित्व योजना के अंतर्गत प्रतिदिन प्रारूप पांच के अनुसार सर्वे किया जाए तथा पोर्टल पर  प्रतिदिन की प्रगति संबंधी सूचना अपलोड की जाए। उन्होंने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी व तहसीलदार स्वामित्व योजना से संबंधित सभी कार्य समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराएं, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। कहा कि उपजिलाधिकारियों द्वारा लेखपालों को विशेष रुप से हिदायत दे दी जाए तथा सभी कॉलम फील्ड सर्वे में ही अनिवार्य रूप से भरे ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि की गुंजाइश ना रहे। उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत प्रतिदिन की जाने वाली कार्रवाई से अवगत कराया जाए। सभी ग्रामों की इस संबंध में एसओपी के अनुसार प्रारूप 4 की सूचना शीघ्र पूर्ण कर ली जाए।
     इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव, पीडी चित्रसेन सिंह, डीडीओ विकास, सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार व खंड विकास अधिकारी मौजूद रहे ।


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