अपने अधिकारों के लिए वर्गीय भाव से आगे आ करे संघर्ष-लौटनराम निषाद

 


लखनऊ,24 सितम्बर।समाजवादी पार्टी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद ने सपा के ब्राह्मण नेताओं से कॉलेजियम सिस्टम कर भारतीय न्यायिक सेवा आयोग के गठन व सेन्सस 2021 में  ओबीसी व अन्य वर्गों की जातिगत जनगणना कराने की मांग उठाने की अपील की है।उन्होंने कहा कि राजद प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद मनोज झा सामाजिक न्याय के मुद्दे पर प्रखरता से आवाज उठाकर पिछडों,दलितों व गरीब गुरुबा वर्ग का दिल जीत लेते हैं।पर,सपा के ब्राह्मण नेता पिछडों,दलितों के मुद्दा पर चुप्पी साधे बैठे रहते हैं।
       निषाद ने उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों का मनोनयन कॉलेजियम से न कर भारतीय न्यायिक सेवा आयोग के माध्यम से करने,सरकारी उपक्रमों के निजीकरण प्रक्रिया को बंद कराने,सेन्सस-2021 में ओबीसी की जातिगत जनगणना कराये जाने,
 किसान विरोधी 3 अध्यादेशों को वापस कराने, उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने,ओबीसी क्रीमीलेयर निर्धारण हेतु बनी बी पी शर्मा कमेटी की अनुशंसा को खारिज कर गणेश सिंह पटेल की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति की रिपोर्ट लागू कराने,शिक्षा और स्वास्थ्य का निजीकरण बंद कराने की मांग को लेकर वर्गीय भावना से आंदोलन करने का आह्वान किया है।
        साथ ही 2005 के पूर्व की पेंशन व्यवस्था  बहाल कराने,ओबीसी समाज को नौकरी, विधानसभा, लोकसभा में जनसंख्या के अनुपात में सीटें सुरक्षित कराने,खुली प्रतियोगिता के मेरिट के ओबीसी अभ्यर्थियों का समायोजन अनारक्षित कोटा में कराने,ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग को न्यायपालिका, राज्यसभा, विधानपरिषद और निजी क्षेत्र में समानुपातिक प्रतिनिधित्व दिलवाने,
मंडल कमीशन, रामजी महाजन आयोग और स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू कराने,ओबीसी,एससी के खाली पदों को भरने के लिए बैकलॉग पूरा करने या विशेष भर्ती अभियान चलाने आदि मांगों को लेकर बड़े आंदोलन की जरूरत बताया है।


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