जीवन के उत्तरार्द्ध में हॅसने खेलने, गपशप करने,घूमने फिरने, वादविवाद, एक दूसरे के दुःख सुख में शामिल होने के लिए समूह बनाये


RAND PARENTS DAY है ऐसा कहा जाता है और हम सब ‘गोल्डन ऐज’ वाले सदस्य वास्तव में GRAND PARENTS है जो जिंदगी के उतार चढ़ाव को पार करते हुए सामाजिक, पारिवारिक,व्यवहारिक, व्यवसायिक और न जाने कितने दायित्वो को निभाते हुए जीवन के उत्तरार्द्ध में हॅसने खेलने, गपशप करने,घूमने फिरने, वादविवाद, एक दूसरे के दुःख सुख में शामिल होने के लिए समूह बनाये है। उसी श्रृंखला में आज 13-09-2020 को वेबीनार के माघ्यम से डॉ॰ एम॰ पी॰ मल्होत्रा की अघ्यक्षता में बैठक किए। जीवन का यह समय समस्त जिम्मेदारियों  के बाद अपने लिए जीने के लिए होता है, चिन्तामुक्त होना, अपने समय को अपना समझना और उसका सदुप्रयोग भी अपने ही लिए करना इस काल का क्षेष्ठ्तम जीवन है, ऐसा प्रो॰ निहाल सिंह जैन कार्यकारी अघ्यक्ष ने बताया। चारवाक् दर्मन का ध्यान दिलाते हुए अभिताभ ने कहा की ‘फिकर नॉट’ की स्थिति ही सुखी,शान्त और संतुष्टि का माघ्यम है। एस॰ एन॰ सिंघानिया साहब तो इस सब फिकरों से ऊपर उठकर एकांकी जीवन में भी जिंदगी का आनंद लेने की बात बताकर सबका मन मोह लिए। वास्तव में अपनी सोच, समय के साथ अपनी जीवन मूल्यों की क्षति हुए बिना जीना एक अद्धितीय कला है और इसके उपासक कभी जिंदगी में निराश नहीं होते। कवितापाठ व मधुर संगीत का आनंद लिया गया। अंत में सी॰ ई॰ ओ॰ राजीव गुप्ता ने कवि सुशील सरित जी सम्मान पत्र दिया I व सभी का घन्यवाद ज्ञापित किया और सभी की दीर्घायु की कामना की।


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