कोलकाता में अभिनेता कुमुद मिश्रा को जब असली रिक्शावाला समझा तो फिर क्या हुआ!!
सोनीलिव पर रिलीज हुई फिल्म राम सिंह चार्ली के निर्देशक नितिन कक्कर बताते हैं कि यह फिल्म सर्कस में चार्ली चैपलिन के तौर पर काम करने वाले शख्स के जीवन और सर्कस बंद होने की स्थिति में हाथ रिक्शा चलाने को मजबूर होने पर परिवर्तन के कारण पैदा हुए हालात राम सिंह चार्ली की कहानी है। इस कहानी के! किरदार कुमुद मिश्रा को शूटिंग के समय अजीब अजीब तरह के संकटों का सामना करना पड़ा। एक बार उनकी फिल्म की शूटिंग बड़ा बाजार में हो रही थी कोलकाता के भीड़भाड़ वाले इलाके में गुपचुप तरीके से सूट हो रहा था। कुमुद अपने रिक्शे के साथ खड़े होते हैं। ऐसे में कई बार लोगों ने वाकई रिक्शावाला समझ कही चलने के लिए कहते हैं। बार-बार यहां वहां चलने के लिए अनुरोध करते हैं, लेकिन उससे बड़ा बात उनके साथ। एक बार और हुई थी। फिल्म नक्काश में बनारस के पुजारी वेदांत जी का रोल निभा चुके अभिनेता कुमुद मिश्रा जब अपनी फिल्म राम सिंह चार्ली की शूटिंग के पहले रिक्शा चालक की भूमिका की प्रैक्टिस कर रहे थे। तब एक बड़ा अजीब सा हादसा हुआ। कोलकाता में हाथ रिक्शा चालक के रूप में रोज रिक्शा चलाने का अभ्यास जिस पार्क में चल रहा था। एक युवा महिला आई और उनसे कहने लगी कि मुझे चौरंगी लेन ले चलो, कुमुद मिश्रा ने उसे इनकार किया तो युवा महिला जबरदस्ती उनके रिक्शे पर चढ़ गईं। न चलने पर पुलिस बुलाने की धमकी दे डाली तब कुमुद ने अपना असली परिचय लेकर मुक्ति पायी।