मौसमी सब्जियां विटामिन, खनिज से भरपूर कुपोषण निवारण को गृह वैज्ञानिक ने लगवाई 75 गृह वाटिका

हमीरपुर। कुपोषण मुक्त भारत अभियान के तहत राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के चौथे दिन कृषि विज्ञान केंद्र कुरारा की  गृह वैज्ञानिक डॉ फूल कुमारी ने सुमेरपर विकास खण्ड  की समूह की महिलाओं को पोषण संबंधी जानकारी देते हुए राष्ट्रीय आजीविका मिशन के सभागार में कहा कि गृह वाटिका द्वारा हम अपने शरीर को उचित पोषण देकर स्वस्थ रख सकते है। कुपोषण मुक्त भारत  अभियान में इस साल 75 गृह वाटिका मॉडल में  वर्ष भर- खरीफ, रवी , जायद के मौसम  की सब्जियों एवम पौधों के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद दिल्ली एवम भारतीय सब्जी अनुसंधान परिषद वाराणसी से उन्नति प्रजाति के बीज उपलब्ध कराए गए है। ताकि गांव की समूह की महिलाओं आशा,आंगन वाड़ी कार्यकर्ता जागरूक होकर गृह वाटिका लगाए। जिससे परिवार को शुद्ध ताजी मौसमी जैविक सब्जियां फल प्रचुर मात्रा में मिलते रहे। उन्होंने बताया कि प्रति व्यक्ति रोजाना 300 ग्राम मौसमी सब्जियों को दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए क्योंकि इनमें एन्टी ऑक्सीडेंट मिलते है, जो हमारे शरीर  की रोग प्रति रोधक क्षमता का विकास कर अनेको बीमारियों से लड़ने की क्षमता देते है।  सब्जिया विटामिन और खनिज लवणों का खजाना होती है। आयरन,जिंक, फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन ए व सी तत्व भी मिलते है। सुमेरपुर विकास खण्ड के गांव टिकरौली, सौखर, कुंडारा, कुछेछा, पारा ओझी, अमिरता, चन्दौखी, इंगोहटा, दरियापुर, सहजना, स्वासा बुजुर्ग, खड़ेही जार, बड़ागांव समेत 14 गांव से 26 स्वयं सहायता समूह, आशाओ को रबी के मौसम की सब्जियों-पालक,मेथी, चौलाई, धनिया, गाजर, मूली, चुकंदर, टमाटर, बैगन, मिर्च, फूल गोभी, सरसो के साग के बीज वितरित किये।अक्टूबर माह में ब्रोकली,पत्तागोभी, गांठ गोभी , फूल गोभी शिमला मिर्च की पौध दी जाएगी। ताकि परिवार को हरी पौष्टिक सब्जियां मिलती रहे। यदि महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होकर ग्रह वाटिका लगाये, तो पूरा परिवार स्वस्थ्य रहेगा। जिससे समाज व पूरा गांव स्वस्थ हो जाएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिसन से कुमारी प्राची यादव, शिवानी नाहर ने पोषण से समन्धित जानकारी दी।


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